विदिशा में “मुस्लिम-महिला” ने आत्महत्या करने हेतु जिस समय [रंगाई पुल से वेतवा नदी में] छलांग लगाई, वहीं पर उस समय संघ का एक कार्यक्रम भी चल रहा था, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक श्री मुकेश जी त्यागी ने भी पानी में छलांग लगा दी…
उन्हें देखकर रामपाल सिंह जी, अनिल जी व रवि जी ने भी उफनती नदी में छलांग लगा दी। युवती को “बचाकर” तत्काल चिकित्सा उपलब्ध कराई गई।
“मुस्लिम-परिवार” तो प्रसन्न हुआ ही, साथ ही संघ स्वयंसेवकों द्वारा एक मुस्लिम महिला की जान बचाये जाने की यह घटना “विदिशा” में भी सर्वत्र चर्चा का विषय बनी हुई है!
सही भी है कि संघ के स्वयंसेवक जाति-मत-पंथ देखकर “सेवा” नहीं करते, वरन् सेवा उनका “स्वभाव” है…