देवास। राष्ट्रीय कुष्ठ निर्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला देवास में विकृत निवारण शिविर का आयोजन शंकरगढ देवास में किया गया। उक्त जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के.सरल ने बताया कि देवास जिले में कुल 94 कुष्ठ रोगी उपचाररत है। देवास में नये कुष्ठ रोगियों की खोज हेतु निरंतर सर्वे कार्य आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा नॉन मेडिकल असिस्टेंट (लेप्रोसी कार्यकर्ता)द्वारा किया जा रहा है।
जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. अशोक वर्मा ने बताया कि वर्ष में दो बार विकृति निवारण शिविर का आयोजन जनजागरूकता हेतु किया जाकर उपचार के पश्चात कुष्ठ रोग से मुक्त हो चुके व्यक्तियों में विकृति न हो एवं और अधिक नहीं बढ़े इस हेतु जलतेल उपचार क्रि या को समझाया जाता है।
डॉ. एस के सरल ने बताया कि जिले में कुल 94 कुष्ठ रोगी उपचाररत है। वर्ष 2017 में विशेष सर्वे अभियान अंतर्गत 63 नये कुष्ठ रोगियों का पंजीयन किया गया है। विगत 05 वर्षो में 319 ग्रामों में कुल 648 कुष्ठ रोगी मिले। जिनमें से एम.डी.टी. उपचार लेने केे पश्चात 550 कुष्ठ रोग से मुक्त हो चुके हैं। 639 ग्राम कुष्ठ मुक्त हो चुके हैं।
29 दिसम्बर को विकृति निवारण शिविर में कुष्ठ रोग से मुक्त हो चुके 16 व्यक्ति सम्मिलित होकर इस प्रकिया को करने में मदद की गई। इस शिविर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के. सरल, जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. अशोक वर्मा तथा जिला मीडिया अधिकारी डॉ. एस.एस. सिसोदिया द्वारा भी शिविर में सम्मिलित आर.एफ .टी. व्यक्तियों को प्रतिदिन अपने हाथ पैरों का निरीक्षरण कर कांटे चुभने, चोंट या जलने संबंधी प्रतिदिन देखने, जलतेल उपचार प्रतिदिन या कम से कम सप्ताह में एक दिन करने तथा पैरों में एमसीआर सैंडिल, जूते या चप्पल पहनने, आग आदि से सावधान रहने की समझाईश दी गई। इस अवसर पर विभाग द्वारा सभी आर.एफ.टी. व्यक्तियों को एम.सी.आर. सैंडिल भी वितरित किये गये।