श्री गणेश स्थापना पूजन से सम्बंधित जानकारी


पूजा की तिथि

गणेश चतुर्थी 13 सितंबर 2018 गुरुवार को है।
-चतुर्थी 12 सितंबर 2018 को 04.07(P.m) बजे प्रारम्भ होकर
13 सितंबर 2018 को 02.51(P.M) बजे समाप्त होगी।
अर्थात सूर्योदय कालीन तिथि को ग्राह्य करते हुए 13 सितंबर को सम्पूर्ण दिवस चतुर्थी मान्य होगी…।


गणेश पूजन का
शुभ महूर्त

प्रातः 06:14 से 07:46 बजे तक ,
एवं
10:51 से दोपहर 03:27 तक है।
अभिजीत मूहर्त मध्याह्न 11:58 से 12:47 तक रहेगा।
विशेष मुहूर्त 11.07(AM) से 01.33(PM) तक रहेगा…।


पूजा की सामग्री

गणेश जी की पूजा करने के लिए चौकी या पाटा, जल कलश, लाल कपड़ा, पंचामृत, रोली, मोली, लाल चन्दन, जनेऊ गंगाजल, सिन्दूर चांदी का वर्क लाल फूल या माला इत्र मोदक या लडडू,धानी, सुपारी,लौंग, इलायची, नारियल, फल, दूर्वा, दूब, पंचमेवा, घी का दीपक, धूप, अगरबत्ती और कपूर की आवश्यकता होती है।

पूजा की विधि

भगवान गणेश की पूजा हेतु सबसे पहले सुबह नहा धोकर शुद्ध धुले हुए पारंपरिक वस्त्र पहने। पूजा करते समय आपका मुंह पूर्व दिशा में या उत्तर दिशा में होना चाहिए। सबसे पहले गणेश जी को शुद्धजल से स्नान कराएं। फीर पंचामृत से एवं उसके बाद गंगा जल से स्नान कराएं। गणेश जी को चौकी पर लाल कपड़े पर बिठाएं। ऋद्धि-सिद्धि के रूप में दो सुपारी रखें। गणेश जी को सिन्दूर लगाकर चांदी का वर्क लगाएं। लाल चन्दन का टीका लगाएं। अक्षत (चावल) लगाएं। मौली और जनेऊ अर्पित करें। लाल रंग के पुष्प या माला आदि अर्पित करें। इत्र अर्पित करें। दूर्वा अर्पित करें। नारियल चढ़ाएं। पंचमेवा चढ़ाएं। फल अर्पित करें। मोदक और लडडू आदि का भोग लगाएं। लौंग इलायची अर्पित करें। दीपक, अगरबत्ती, धूप आदि जलाएं इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं। गणेश जी की प्रतिमा के सामने प्रतिदिन गणपति अथर्वशीर्ष व संकट नाशन गणेश स्तोत्र आदि का पाठ करे


यह मंत्र पढ़ें

ऊँ वक्रतुण्ड़ महाकाय सूर्य कोटि समप्रभः।
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।

ऐसे कपूर जलाकर आरती करें

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।। जय गणेश जय गणेश…
एक दन्त दयावंत चार भुजाधारी। माथे सिन्दूर सोहे मुषे की सवारी।। जय गणेश जय गणेश…
अंधन को आँख देत कोढ़िन को काया। बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया।। जय गणेश जय गणेश…
हार चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा। लडूवन का भोग लगे संत करे सेवा।। जय गणेश जय गणेश…
दीनन की लाज राखी शम्भु सुतवारी। कामना को पूरा करो जग बलिहारी।। जय गणेश जय गणेश…
मंत्र पुष्पांजलि अर्पण करे।
प्रदक्षिणा करे।
और अंत मे क्षमा प्रार्थना करे।
इस प्रकार से पूजन करते हुए सम्पूर्ण पूजा श्री गणेश जी को अर्पण कर देवे।
इस विधि से पूजन करने पर भगवान गणेश अवश्य ही प्रसन्न होंगे

Post Author: Vijendra Upadhyay

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