विंध्याचल अकादमी में प्रारंभ हुई चित्र एवं शिल्पकला प्रर्दशनी ‘‘इन्द्रधनुष’’

‘‘चित्र की कोई भाषा व रंग नहीं होता’’-श्री रमेश जी आनंद

देवास। शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय विंध्याचल एकेडमी में ‘इंद्रधनुष’ आर्ट एण्ड क्राफ्ट प्रदर्शनी का उद्घाटन देवास नगर के कलामर्मज्ञ एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रमेश जी आनंद द्वारा दीपप्रज्जवलन कर किया गया।
मंचीय कार्यक्रम में अतिथि सत्कार के पश्चात विद्यालय के संचालक श्री दिनेश जी गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘‘एक सच्चा कलाकार ही कला को परख कर उसकी पहचान कर सकता है। यदि बच्चों को अवसर मिले तो वे कला के इस क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ सकते हैं।’’ इसके पश्चात् मुख्य अतिथि ने संबोधित करते हुए छात्रों के कार्य की सराहना की और कहा, ‘‘चित्र की कोई भाषा व रंग नहीं होता, हमें अपने आस-पास ध्यान केंद्रित करना जरूरी है। बालक अपनी कल्पना से आस-पास की चीजों को देखकर उसका चित्रण करना सीखता है।’’ बच्चे परिश्रम द्वारा कला के क्षेत्र में हुसैन, रजा या राम कुमार जैसे बड़े कलाकार बन सकते हेै।

चित्रकला एवं शिल्पकला की इस प्रदर्शनी ‘इंद्रधनुष’ में शाला की कक्षा नर्सरी से 12वी तक के लगभग 750 विद्यार्थियों द्वारा 500 से अधिक पेटिंग्स, 200 से अधिक हस्तशिल्प सामग्री का निर्माण किया गया।
‘‘इन्द्रधनुष’’ में कला के विभिन्न आयामों जैेसे इम्प्रेशन आर्ट, माॅर्डन आर्ट, प्र्रेस्टल कलर्स, नेचर वर्क, फैब्रिक आर्ट, फोक आर्ट, पोट्र्रेट, लैण्डस्केप, ट्रेक्चर आर्ट, कैरीकेचर, टैटू आर्ट, क्राफ्ट वर्क, जुट के आइटम, क्ले वर्क, स्टोन वर्क, वुड वर्क, पाॅट डेकोरेशन, वुल वर्क, मैच स्टिक वर्क, आॅरीगेमी आदि में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया।


अंत में शाला के प्राचार्य द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का संचालन अध्यापिका श्रीमती मीनल शर्मा द्वारा किया गया।

Post Author: Vijendra Upadhyay

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