चार माह तक चलेगा प्रवचन, तपस्या एवं धार्मिक अनुष्ठानों का दौर
देवास। श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ भगवान के तेले के साथ चातुर्मास का दिव्य शंखनाद होगा। भारत भर में जैन साधु साध्वियों के चातुर्मास का शुभारंभ 15 जुलाई सोमवार से होगा। इसी कड़ी में श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ मंदिर तुकोगंज रोड देवास पर गच्छाधिपति आचार्यश्री राजशेखर सुरीश्वरजी की आज्ञानुवर्ती साध्वीजी सुधर्मगुणा श्रीजी एवं राजहर्षा श्री, सुक्ष्मदर्शनाश्री, संस्कारगुणाश्री, सुसंयमिताश्री आदि ठाणा 5 का चातुर्मास आयोजित होगा। जिसके अंतर्गत चार माह तक प्रतिदिन प्रवचन, विभिन्न तपश्चर्या एवं दिव्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होगा। चातुर्मास एवं इन आयोजनों को लेकर समाजजनों में भारी उत्साह का वातावरण बना हुआ है।
कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रवक्ता विजय जैन ने बताया कि 14 जुलाई रविवार से श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ भगवान के तेले प्रारंभ होंगे। इसी दिन से प्रतिदिन प्रात: 9.15 से 10.15 बजे तक प्रवचन का भी शुभारंभ होगा। 15 जुलाई चातुर्मासिक चौदस के उपलक्ष्य में देव वंदन एवं प्रतिक्रमण का आयोजन होगा। 17 जुलाई को मंदिर परिसर में तेले का पारणा होगा। 19 जुलाई से 24 दिवसीय अष्टप्रातिहार्य तप का प्रारंभ होगा जिसके अंतर्गत उपवास, एकासना एवं बियासना की 8 पुनरावृत्ति होगी। एकासने मंदिर परिसर में होंगे। विशेष तपस्या के अंतर्गत देवास नगर में पहली बार सिद्धि तप का अभूतपूर्व आयोजन होगा। 45 दिवसीय सिद्धि तप 21 जुलाई रविवार से प्रारंभ होकर संवत्सरी के दूसरे दिन भव्य पारणे के साथ संपूर्ण होगा। उपरोक्त तप के सभी तपस्वियों का बहुमान एवं सम्मान किया जाएगा। ट्रस्ट मण्डल के विलास चौैधरी, अशोक जैन मामा, शैलेन्द्र चौधरी, दीपक जैन, अतुल जैन, भरत चौधरी, राकेश तरवेचा, अजय मूणत, विरेन्द्र जैन, अशोक जैन, अनूप शेखावत, सुशील कुमार बम, राजेन्द्र जैन गौतमपुरा, सुधीर जैन, गौरव जैन भोमियाजी, संतोष सेठिया, चंद्रशेखर जैन, मनोज कटारिया आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने का अनुरोध किया।