देवास। शहर में दो दिनों से चर्चा का विषय बना सुभाष चोक की पुलिस चौकी पर महापौर सुभाष शर्मा का बयान प्रशासन पर पलट वार है।
सुभाष चौक की चौकी को लेकर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ओर देवास पुलिस अधीक्षक चंदशेखर सोलकी के बीच ज्यादा ही विवाद बना हुआ है। कल पहले उन दोनो के बीच फ़ोन पर विवाद हुआ बाद में देर रात सांसद और उनके साथियों द्वारा उस चौकी को तोड़ा गया जिसकें सीसीटीवी फुटेज भी आ गए है। उस फुटेज के आधार पर सांसद और उनके साथियों पर एफआईआर दर्ज भी हो चुकी है।
महापौर ने इस विषय पर बताया है कि सुभाष चौक में पुलिस विभाग द्वारा पूर्व में अस्थाई गुमटी में पुलिस चौकी पिछले 10 वर्षो से चल रही थी। इसके बावजूद पुलिस विभाग वहां पर पक्की पुलिस चौकी का निर्माण कर रहा है। जबकि सुभाष चौक के चारों तरफ व्यापारियों केे जनसहयोग से नगर निगम द्वारा सौंदर्यीकरण कार्य किया गया था। इसके बावजूद गुमटी में पुलिस चौकी संचालित की जा रही थी। किसी को कोई आपत्ति नहीं थी जबकि सारे त्यौहारों पर निकलने वाली यात्रा, जुलुस सुभाष चौक से होकर ही निकलते हैं। ट्राफिक ज्यादा होने पर चौकी आगे पीछे की जा सकती थी। परंतु वहां पर पक्की चौकी निर्माण होने से आगे गतिरोध भी उत्पन्न होगा एवं नगर निगम द्वारा पूर्व में बने निर्माण कार्य का लोकार्पण पत्थर ढंक जाएगा। पक्की पुलिस चौकी बनने के कारण व्यापारियों की दुकानें भी ढंक जाएगी। जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होगा एवं पुलिस की हठधर्मिता से पक्की चौकी बनने पर आसपास अतिक्रमण होना भी संभव है। सार्वजनिक स्थानों पर कोई भी निर्माण कार्य करनेे से पहले जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों से विचार विमर्श कर लेना चाहिये।