सुबह गायत्री शक्ति पीठ पर प्रज्ञा गीतों की प्रति स्पर्धा, नारी जागरण कार्यशाला
देवास । प्रति वर्षानुसार गायत्री परिवार देवास का वार्षिक उत्सव में 22 जनवरी को अपरान्ह 12 बजे बाल संस्कार शाला के बच्चों की प्रज्ञा गीतों की प्रतिस्पर्धा हुई जिसमें बच्चों ने कई देश भक्ति और प्रेरणा दाई प्रज्ञा गीतों की सुमधुर प्रस्तुति दी जो सभा में उपस्थित परिजनों को खूब पसंद आई ।
गायत्री शक्तिपीठ जनसंचार विभाग के विक्रमसिंह चौधरी एवं विकास चौहान ने बताया कि दोपहर पश्चात प्रज्ञापीठ पर नारी जागरण कार्यशाला संपन्न हुई जिसमें मुख्य अतिथि और वक्ता के रूप मे मधु श्रीवास्तव, रेखा चौहान, दीप्ति भरद्वाज, मधु उपाध्याय, नीता वानखेड़े, कल्पना संगारे, श्वेता भार्गव थी जिन्होंने नारी उत्थान के कई विषयो पर विस्तार से संबोधन दिया। नारी जागरण कार्यशाला में प्रज्ञापीठ संरक्षिका दुर्गा दीदी ने सभी अतिथियों का मंगल तिलक और गायत्री मन्त्र दुपट्टा पहना कर स्वागत किया । आयोजन की शुरुआत गायत्री मंत्र के साथ एवं गुरु वंदना – चलो गुरुदेव के सपने सजाने की शपथ ले ले……सुखी सुरधाम सी वसुधा बनाने की शपथ ले ले….के साथ संपन्न हुई । कार्य शाला में मुख्य वक्ता मधु उपाध्याय ने आओ संस्कार वान पीढ़ी पर गहनता से संबोधित किया और कहा की गर्भ संस्कार हमारी भारतीय संस्कृति का एक और अनिवार्य अभिन्न संस्कार है जो आज प्राय: लुप्त होता दिख रहा है इसे आज जन जन में फैलाना हमारी सभ्यता और सुसंस्कृति के लिए जरुरी है । नारी उत्थान कार्यशाला का संचालन सरिता पाटीदार ने किया ।