श्वसन वायरस से लड़ने में मिलेगी मदद, होगा समय पर निदान

श्वसन वायरस से लड़ने में मिलेगी मदद, होगा समय पर निदान

देवास। श्वसन संक्रमणों से जूझ रहे मरीजों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब अमलतास अस्पताल में HMPV (ह्यूमन मेटापनेउमोवायरस) की जांच की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है। यह एक गंभीर श्वसन वायरस है, जो खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को अपनी चपेट में लेता है। इसके सही जाँच और समय पर निदान के लिए अमलतास अस्पताल ने उन्नत तकनीकों और अनुभवी विशेषज्ञ सेवा में उपलब्ध है |

एचएमपीवी वायरस श्वसन तंत्र पर गंभीर प्रभाव डालता है, जिससे निमोनिया, ब्रोंकियोलाइटिस और अन्य श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई और कमजोरी शामिल हैं। अगर समय पर इसका निदान न किया जाए, तो यह समस्या घातक रूप ले सकती है।

अत्याधुनिक जांच तकनीक-

अमलतास अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. मुनेशकुमार शर्मा ने जानकारी दी, कि अस्पताल में RT-PCR, ELISA, NAAT और ब्रोंकोस्कोपी जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। इन आधुनिक जांच विधियों के माध्यम से एचएमपीवी के लक्षणों को सटीकता से पहचाना जाता है।

रोगियों के लिए सशक्त कदम-

अमलतास अस्पताल में शुरू की गई यह नई सेवा न केवल मरीजों और उनके परिवारों के लिए राहतभरी खबर है, बल्कि देवास और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए भी स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़ा सुधार है। यहां की टीम मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए दिन-रात तत्पर है।

सटीक व प्रभावी निदान करते हैं-

अमलतास अस्पताल प्रबंधन का कहना है, कि यदि आपको या आपके किसी प्रियजन को श्वसन संबंधी समस्याएं हो रही हैं, तो अमलतास अस्पताल से संपर्क करें। यहां अत्याधुनिक मशीनों और कुशल स्टाफ की सहायता से बीमारियों का सटीक निदान और प्रभावी इलाज किया जाता है।

विशेषज्ञों की टीम और उन्नत लैब सुविधाएं-

अमलतास अस्पताल में न केवल अत्याधुनिक मशीनें हैं, बल्कि अनुभवी डॉक्टरों और पैथोलॉजिस्ट की एक टीम भी मौजूद है, जो श्वसन संक्रमणों का कुशलतापूर्वक निदान करती है। अस्पताल के चेयरमैन मयंकराजसिंह भदौरिया ने बताया,हम गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्वसन संक्रमणों के निदान और उपचार में हमारी विशेषज्ञता और उन्नत लैब सुविधाएं मरीजों को बेहतर इलाज देने में सहायक साबित हो रही हैं। जांच की सुविधा से मरीजों को रोग की शुरुआती अवस्था में ही पहचान कर उपचार की शुरुआत   की जा सकती है। इससे न केवल जटिलताओं को रोका जा सकता है, बल्कि मरीज को जल्द स्वस्थ होने का मौका भी मिलता है।

Post Author: Vijendra Upadhyay