70 वर्षीय महिला का जीवन बचाने में सफल रहा अमलतास अस्पताल

70 वर्षीय महिला का जीवन बचाने में सफल रहा अमलतास अस्पताल

ENT विभाग ने किया जटिल ऑपरेशन

देवास। शहर के अमलतास अस्पताल ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यहां के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम किसी भी गंभीर बीमारी का सफल उपचार करने में सक्षम है। हाल ही में अस्पताल के नाक, कान, गला रोग विभाग (ENT) में भर्ती 70 वर्षीय महिला को गंभीर कान के कैंसर से नई जिंदगी मिली है।
जानकारी के अनुसार महिला लंबे समय से कान में गठान से जूझ रही थी। धीरे-धीरे यह गठान बढ़ती गई । स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि महिला के पूरे कान के अंदर और बाहर गठान फेल गई और कान से लगातार रक्तस्राव भी हो रहा था।
परिजनों ने महिला को तत्काल अमलतास अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पर डॉक्टरों ने बायोप्सी जांच कराई, जिसमें महिला को कान का कैंसर निकला। इसके बाद डॉक्टरों ने बिना देर किए उपचार शुरू किया। सबसे पहले महिला को अधिक रक्तस्राव होने की वजह से रक्त चढ़ाया गया और लगातार सात दिनों तक उसका इलाज किया गया।
फिर डॉक्टरों ने एक जटिल शल्यक्रिया (ऑपरेशन) को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में महिला का पूरा कान निकाला गया ताकि कैंसर और न फैले। इसके साथ ही गर्दन में फैली गांठों को भी सफल ऑपरेशन द्वारा निकाला गया।
अस्पताल की कुशल डॉक्टरों की टीम और उन्नत तकनीक की वजह से महिला का ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। अब महिला पूरी तरह स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रही है।
अमलतास अस्पताल के ENT विशेषज्ञ राजीव गुप्ता ने बताया कि यह केस बेहद चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि कैंसर पूरी तरह कान और आसपास की गांठों में फैल चुका था। लेकिन समय पर इलाज और सही दिशा में उपचार से मरीज की जान बचा ली गई। इस सफल सर्जरी में अमलतास के नाक,कान , गला रोग विशेषज्ञ डॉ. अभय गुप्ता , डॉ. राहिल निधान, डॉ. अजय करकरे , डॉ. अंशुल गुप्ता एवं टीम द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई |
परिजनों ने अमलतास अस्पताल के डॉक्टरों और पूरे स्टाफ की सराहना की है। उन्होंने कहा कि अमलतास अस्पताल देवास ही नहीं बल्कि पूरे अंचल के मरीजों के लिए एक भरोसेमंद स्वास्थ्य केंद्र है।
अमलतास अस्पताल के चेयरमैन श्री मयंकराज सिंह भदौरिया ने बताया कि अमलतास सुपर स्पेशलिटी के अनुभवी चिकित्सकों द्वारा दी गई अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं के कारण अब मरीजों को महानगरों पर निर्भर नहीं होना पड़ता है। जो की हमारे लिए गर्व की बात है।

Post Author: Vijendra Upadhyay