देवास। कोरोना काल में सरकार ने यात्री बस मालिकों की मांग पर साढ़े 5 महीने का टैक्स माफ कर दिया था, किंतु अभी भी कुछ बस मालिक यात्री बसों को अवैध रूप से संचालित कर रहे है। ऐसी ही भोपाल ट्रैवल्स की यात्री बस को देवास में यातायात पुलिस द्वारा पकड़ा गया है। जिसके पास से मौके पर न तो परमिट मिला और ना ही फिटनेस मिला। लिहाजा पुलिस ने बस में बैठे 60 से अधिक यात्रियों को बस से उतारकर दूसरी बस में रवाना कर दिया और बस को जब्त कर लिया। हालांकि यातायात टीआई सुप्रिया चौधरी का कहना है कि मौके पर बस चालक दस्तावेज नहीं दिखा पाया था, इसीलिए उसे रोक लिया था। वह दस्तावेज लेकर आएगा, तो बस छोड़ दी जाएगी, अन्यथा कार्यवाही की जाएगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल ट्रैवल्स की यात्री बस क्रमांक एमपी 09 एफए 6155 भोपाल से इंदौर जा रही थी, तभी करीब 4 बजे भोपाल बायपास चौराहा पर उसे रोका गया और जब पूछताछ की गई तो चालक कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सका। लिहाजा यातायात पुलिस उसे थाने ले आई और यहां पर 60 से अधिक यात्रियों को नीचे उतारकर बस को जब्त कर लिया गया तथा यात्रियों को दूसरी बस से रवाना किया गया।
इस संबंध में जब यातायात टीआई सुप्रिया चौधरी से बात की गई तो उनका कहना था कि जांच के दौरान बस चालक के पास कोई दस्तावेज नहीं थे, इसीलिए उसे पकड़ा गया है। बस संचालक ने दस्तावेज दिखाने की बात कही थी। यदि वो दस्तावेज लाता है तो उसे छोड़ दिया जाएगा, अन्यथा कार्यवाही की जाएगी। उधर मप्र ट्रांसपोर्ट की वेबसाइट पर इस बस के मालिक के रूप में फिरोज खान का नाम दर्ज है और 31 अक्टूबर 2020 तक ही टैक्स जमा दर्शाया जा रहा है। जबकि परमिट दिखाई नहीं दे रहा है, जिससे साफ जाहिर होता है कि उक्त बस का परमिट जारी नहीं हुआ है और बस बगैर परमिट के ही इंदौर-भोपाल के बीच धड़ल्ले से दौड़ रही है