– वीडियो हुआ वायरल सोशल मिडिया पर
देवास/सोनकच्छ। मंगलवार को सोनकच्छ सिविल हास्पिटल में पदस्थ महिला डॉक्टर व बीएमओ में हुई तीखी झड़प को लेकर बना एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा हैं। जिसमें महिला डॉक्टर वाहन में बैठे मेडिकल ऑफिसर पर भड़कती दिखाई दे रही है, तो डॉक्टर की नाराजगी देख ऑफिसर वहां से चुपचाप खिसकते दिखाई दे रहे है। वीडियो में साफ तौर पर महिला डॉक्टर नाराज होकर आवेश में ऑफिसर को कह रही है कि आपने हमें क्या पागल समझ रखा है। जानवर है क्या हम, अभी रुक जाओ, बच नहीं पाओंगे आप। आखिर ऐसा क्या हुआ जो चिकित्सक को इतना सबकुछ कहना पड़ गया। बताया जा रहा हैं कि महिला चिकित्सक की नियम विरुद्ध ड्यूटी लगा दी गई थी, जिससे वह नाराज हुई थी। हालांकि यहां यह बात भी गौर करने लायक है कि बीते कुछ वर्षों में सोनकच्छ का एकमात्र शासकीय अस्पताल अधिकारी, कर्मचारियों की मनमानी तथा अव्यवस्थाओं के साथ अक्सर विवादों में घिरा रहा है, जिसके चलते यहां एक ओर जहां आम जनता ने उत्पात मचाया। वहीं दूसरी ओर स्टाफ के लोग भी आपस में विवाद करने से बाज नहीं आए। कुछ मामले तो पुलिस थाने तक भी पहुंचे है।
दरअसल यह पूरा मामला सोनकच्छ के सिविल अस्पताल का है। यहां पदस्थ डॉ. मृणालिनी यादव ने बताया कि बीएमओ डॉ. आदर्श नानेरिया अक्सर मनमानी करते हुए उनकी ड्यूटी नियम विरुद्ध 60 घंटे तक की लगा रहे है, जो प्रदेश के किसी भी अस्पताल में नहीं लगाई जा रही है। उनका कहना है कि अस्पताल में जब 4 डॉक्टर पदस्थ है तो मुझ पर ही ड्यूटी का अधिभार क्यों?। आगे उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर मैंने सोमवार के दिन उन्हें दो बार फोन लगाकर जानकारी लेना चाही थी, तब उन्होंने फोन नहीं उठाया। मंगलवार को जब वे मुझे वाहन से जाते दिखे तब भी मैंने उनसे जानना चाहा तो वह रुककर बात करने को तैयार नही थे। उन्होने मुझसे कहा आपको कोई परेशानी है तो आप एसडीएम साहब से मिले। बस इसी दौरान बात पर बड़ी और मामला गर्माया गया। नाराज डॉ. मृणालिनी का कहना है कि बीएमओ की मनमानी व भेदभावपूर्वक कार्यशैली को लेकर उनके द्वारा सोनकच्छ एसडीएम को लिखित में शिकायत की है। शीघ्र ही वह जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा कलेक्टर देवास आदि को भी शिकायत करेंगी। उधर बीएमओ नानेरिया ने बताया कि अस्पताल में डाक्टरों की कमी के चलते अस्थायी रूप से ड्यूटी रोस्टर बनाया है, जिसमें सप्ताह में ढाई दिन की ड्यूटी डॉ. मृणालिनी यादव की लगाई गई है। साथ ही बीएमओ ने कहा कि जूनियर द्वारा किया व्यवहार ठीक नहीं था, उनकी शिकायत मैंने उच्च अधिकारियों से की है। घटना से स्टॉफ और अस्पताल की छवि भी धूमिल हुई है।
सोनकच्छ बीएमओ व महिला डॉक्टर के वीडियो वायरल होने का मामला संज्ञान में आया है। हमने दोनों को नोटिस जारी कर 25 अप्रैल की दोपहर 2 बजे मेरे कार्यालय में उपस्थित होकर अपना स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। स्पष्टीकरण आने के बाद ही आगामी कार्यवाही की जाएगी।
डॉ. एम.पी. शर्मा- सीएमएचओ