मोहन वर्मा – देवास टाईम्स. कॉम
भृष्ट अधिकारी के बाद निष्क्रिय कर्मचारी हुए निलंबित
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जैसी की संभावना व्यक्त की जा रही थी कि अपनी दबंग और साफ सुथरी शैली से देवास में पदस्थ हुए जिलाधीश आशीष सिंह शहर और जिले में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे और विगत दो माह में उनके द्वारा किए जा रहे कामों को सर्वत्र सराहा जा रहा है ।
शासकीय कर्मचारियों के भृष्ट आचरण और निष्क्रिय कार्यशैली पर उनकी पैनी नज़र और सख्ती के असर कार्यालयों में साफ नजर आने लगे है ।
आज जिला शिक्षा अधिकारी के निलंबन के बाद नंबर था निष्क्रिय स्वास्थ्यकर्मियों का ।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण व गुणवत्तापूर्ण सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं आम नागरिकों को मिले इस के लिए कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में विभागीय व अंतर विभागीय मॉनिटरों द्वारा निंरतर मॉनिटरिंग की जा रही है। मॉनिटिरिंग के दौरान अपने कर्तव्य के निर्वहन में निरंतर लापरवाही शासन आदेशों के अवहेलना अपने कर्तव्य स्थल से निरंतर अनुपस्थित रहने पर कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश पर पांच महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के.सरल ने बताया की हरजित कौर उप स्वास्थ्य केंद्र घटियाभाना सोनकच्छ, शोभा रामटेके उप स्वास्थ्य केंद्र जियागॉव, निर्मला गायकवाड उप स्वास्थ्य केंद्र पोलाखाल, रेखा नागर उप स्वास्थ्य केंद देवनालिया, अलका बडोले उप स्वास्थ्य केंद्र खारिया को निलंबित किया गया है।
*कार्य में निष्क्रियता पाए जाने होगी कार्रवाई*
सीएमएचओ डॉ. सरल ने बताया की जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में लिये गए निर्णय अनुसार चिकित्सक अथवा स्वास्थ्यकर्मी लघुशस्ती दण्ड के पश्चात भी अपने कार्य में सुधार नहीं करते है, तो उनकी सेवा समाप्ति हेतु कार्यवाही की जाएगी। समस्त चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने कर्तव्यस्थल पर पूर्णकालिक उपस्थित रहकर स्वास्थ्य सेवाएं देना सुनिश्चित करें। विभागीय अंतर विभागीय मॉनिटरिंग दल के भ्रमण के दौरान अनुपस्थित पाये जाने या उनके कर्तव्य में लापरवाही, निष्क्रियता तथा अनुशासनहीनता पाये जाने पर सख्त अनुसाशानात्मक कार्यवाही की जाएगी।