अमलतास सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में मरीज को मिली नई जिंदगी: ब्रेन सर्जरी में बड़ी कामयाबी
देवास: इंसान के शरीर में किसी भी हिस्से में गठान होने पर बेचैनी होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर यही गठान मस्तिष्क में बॉल के आकार की हो, तो इसकी गंभीरता का अंदाजा लगाना मुश्किल है। ऐसी ही एक चुनौतीपूर्ण स्थिति को अमलतास सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, देवास की डॉक्टरों की टीम ने अपने कौशल और आधुनिक तकनीक से हल किया। मरीज उमाशंकर, जो पिछले 5 वर्षों से असामान्य व्यवहार और 2 वर्षों से मिर्गी के दौरे से परेशान थे, उनकी जटिल ब्रेन सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी की गई। मरीज के परिवार ने पहले उन्हें कई बाबाओं और हकीमों के पास ले जाने की कोशिश की, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। जिसके बाद अन्य अस्पतालों में इलाज कराना उनकी आर्थिक स्थिति के चलते संभव नहीं हो पाया। जब उमाशंकर को अमलतास अस्पताल लाया गया, तो एमआरआई जांच में मस्तिष्क के दांयें हिस्से में बॉल के आकार की गठान (ट्यूमर) पाई गई। यह ट्यूमर ब्रेन पर अत्यधिक दबाव डाल रहा था, जिससे मरीज को मिर्गी के दौरे आ रहे थे। अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ. राकेश रघुवंशी ने बताया, “सर्जरी अत्यंत जटिल थी, जिसमें खून का अधिक बहना और लकवे का खतरा था। लेकिन हमारी समर्पित टीम में डॉ. राजपाल , निश्चेतना विभाग से डॉ. प्रेम कृषण , नेना ,लक्की आदि ने मिलकर ने ऑपरेशन को बिना किसी जटिलता के पूरा किया।” सर्जरी के बाद उमाशंकर पूरी तरह स्वस्थ हो गए। मिर्गी के दौरे आना बंद हो गए, और ऑपरेशन के सिर्फ दो दिन बाद ही वह घर लौट गए। मरीज का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत निशुल्क किया गया। मरीज के परिजन ने अस्पताल और सरकार दोनों का आभार व्यक्त किया। अमलतास अस्पताल के चेयरमैन, श्री मयंकराज सिंह भदौरिया ने कहा, “यह सफलता हमारे अत्याधुनिक तकनीक और समर्पित टीम की मेहनत का परिणाम है। हमारा उद्देश्य है कि हर मरीज को बेहतरीन इलाज और नया जीवन मिले।”