राजयोग से मिली ‘हर पल खुशी’ की सीख
सी.आई.एस.एफ. यूनिट में ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने आत्मिक प्रेम और ध्यान की महत्ता पर किया मार्गदर्शन
देवास। मोती बंगला स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ‘राजयोग अनुभूति केंद्र’ मोती बंगला द्वारा “तनाव से मुक्ति” हेतु 5 दिवसीय निःशुल्क शिविर का आयोजन किया गया है। यह शिविर 13 अप्रैल, रविवार से 17 अप्रैल, गुरुवार तक मोती बंगला सेवा केंद्र पर आयोजित किया जा रहा है।
मंगलवार को बी.एन.पी. स्थित सी.आई.एस.एफ. यूनिट में बिलासपुर से पधारी वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने “खुशी हर पल” विषय पर कर्मियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हर पल खुशी का मूल आत्मिक प्रेम होता है। जब आत्मा की शक्ति कमजोर होती है, तब व्यक्ति अपनी खुशी—which आत्मा का स्वाभाविक संस्कार है—बाहरी वस्तुओं जैसे धन-संपत्ति और भौतिक साधनों में खोजता है। लेकिन इन साधनों से प्राप्त सुख अल्पकालिक होता है, जिससे रिश्तों में बिखराव आ सकता है।
उन्होंने कहा कि जब हम एक परमात्मा से संबंध जोड़ लेते हैं, तभी सच्चे सुख का अनुभव कर सकते हैं। खुशी हर पल अनुभव करने के लिए आवश्यक है कि हम स्वयं को ध्यानपूर्वक देखें, अपने गुणों और कमजोरियों का विश्लेषण करें। अपनी खूबियों को और निखारें ताकि दूसरों को भी खुशी मिले, साथ ही अपनी कमजोरियों पर भी काम करें, यह सुनिश्चित करें कि हमारी कोई भी कमजोरी किसी और को दुख न पहुंचाए। ऐसा करने से दूसरों की दुआएं और आशीर्वाद मिलेंगे, जिससे जीवन खुशियों से भर जाएगा।
इसके पश्चात मंजू दीदी ने सभी सी.आई.एस.एफ. कर्मियों को राजयोग ध्यान कराया और ध्यान से होने वाले लाभों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के अंत में सी.आई.एस.एफ. कमांडेंट संदीप जी ने ब्रह्माकुमारी बहनों का आभार व्यक्त किया और आग्रह किया कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते रहें, जिससे यूनिट के सभी कर्मियों को लाभ मिलता रहे।