- अस्पताल की अव्यवस्था पर कार्यवाही हेतु देवास कलेक्टर को जनहित में शिकायत भी हुई
- देवास के लिये गौरव की बात भी है कि अमलतास ने देवास के साथ साथ उज्जैन के मरीजो का भी इलाज किया
देवास। देवास के अमलतास अस्पताल जो कि कोरोना की इस महामारी में कोरोना के इलाज के लिये जब आगें आया जब देवास के अन्य अस्पतालो ने कोरोना का इलाज न करने के लिये अपने दरवाजे बंद कर दिए थे। यह देवास के लिये गौरव की बात भी है कि अमलतास ने देवास के साथ साथ उज्जैन के मरीजो का भी इलाज किया हैं।
लेकिन अब वहां की अव्यवस्थाओं को लेकर मरीजो के विरोध का दौर थम नहीं रहा है। एक और आम आदमी बोल नही पता है तो दूसरी ओर ऐसे लोग जो अपना सामाजिक और राजनीतिक स्तर बनाये हुए है वो खुल कर वहां की अव्यवस्था का विरोध कर रहे है। कल ऐसा ही हुआ भाजपा से जुड़े 8 लोग जो कोरोना संक्रमित है उन्होंने आज अमलतास अस्पताल में वहां की अव्यवस्था को लेकर हंगामा किया। स्थिति यहाँ तक आ गई कि प्रबंधक द्वारा उन्हें होम कोरोनटाइन करने का प्रयास भी किया।
इस विषय मे अस्पताल के प्रबंधक डॉ जगत से चर्चा हुई थी उन्होंने बताया की हमारे द्वारा हर मरीज का ख्याल ठीक से रखा जा रहा हैं। वही हंगामे वाली बात पर उन्होंने बताया कि हमारे लिये नेता हो या कोई भी हो सब हमारे लिये सबसे पहले मरीज है। उनके साथ हमारी टीम द्वारा कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया है। हा कुछ बात को लेकर बहसबाजी उनके द्वारा जरूर की गई थी।
वही देवास के अजय शर्मा ने कोरोना के मरीजो के साथ दुर्व्यवहार करना, किसी भी प्रकार का ट्रीटमेंट ना करना, डाक्टरों द्वारा मरीजो को चेकअप ना करना, अच्छे उपचार के नाम पर पैसा मांगना व दुसरे हॉस्पिटल में भगाने जेसे गंभीर विषय पर कार्यवाही हेतु देवास कलेक्टर को जनहित में शिकायत भी की।

