एक कर्मचारी की दरियादिली ने उन 37 लोगो को प्रमोशन दिला ही डाला

देवास/ बैंक नोट प्रेस देवास में पिछले कुछ समय से एक मुद्दा काफी सुर्खियों में बना हुआ था। जिसमें वहां के एक कर्मचारी को किसी एक अधिकारी का करीबी बताया जा रहा था। जिस पर आरोप भी यह लगया गया था की इसकी वजह से 37 लोगो का प्रमोशन रुका हुआ था। आज उसी एक कर्मचारी की दरियादिली ने उन 37 लोगो को प्रमोशन दिला ही डाला।

 सूत्रों से मिली कुछ जानकारी के अनुसार  बैंक नोट प्रेस के एक कर्मचारी जिसका नाम नीरज सिकलीगर बताया जा रहा है। जो प्रिंटिंग विभाग के बहुत ही होनहार और  मल्टीपरपज कर्मचारी है। जिसे 2016 में बैंक नोट प्रेस में किसी विशेष आधार पर सीधी भर्ती में शामिल हुए थे। नीरज को प्रिंटिंग विभाग दिया गया और उधर  कंट्रोल विभाग के कुछ और लोग  भी अपना ट्रांसफर  प्रिंटिंग विभाग में करना चाहते थे। बशर्त उन सभी लोगो को नीरज का जूनियर रहना पड़ता। साथ ही उनका प्रमोशन ना होने पर उन लोगों ने बैंक नोट प्रेस देवास में हंगामा शुरू कर दिया। वहा आए दिन मैनेजमेंट पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। यह सब देख नीरज सिकलिकर ने एक अच्छा निर्णय लेते हुवे उन्होंने अपना खुद का ट्रांसफर बैंक नोट प्रेस के स्याही  कारखाने में करवा लिया। जहा पर अब वह सब से जूनियर टेक्निशियन रहेंगे। साथ ही बाकि 37 लोगो का रुका प्रमोशन भी हो गया।

सूत्रों के अनुसार नीरज सिकलीकर बैंक नोट प्रेस के सबसे होनहार और प्रतिभावान  कर्मचारी है । वह आए दिन किसी ना किसी कर्मचारी की मदद करते नजर आ ही जाते है। नीरज के बारे यह भी जानकारी मिली है की वह पशुप्रेमी है साथ ही बहुत ही अच्छे गायक भी है। जिनकी तारीफ स्याही कारखाने के उद्घाटन समारोह में चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर त्रप्ति  पात्रा घोष भी  कर के गई थी ।

Post Author: Vijendra Upadhyay