पूछता है देवास -स्वास्थ विभाग की टीम के द्वारा कोरोना मरीज के साथ अमानवीय कृत्य क्यो?


देवास टाइम्स। कोरोना का कालचक्र देवास में बढ़ता जा रहा है। वही एक और कोरोना को लेकर देवास प्रशासन अपना 100% देने के लिये प्रयासरत है। वही कुछ सरकारी कर्मचारियों उस प्रयास के अग्निकुंड में पानी फेरने की तैयार कर रहै है। आये दिन स्वास्थ कर्मचारियों के द्वारा कही न कही कोरोना मरीज के परिजनों के साथ शिकायत की सूचना मिलती है। मीडिया ने हमेशा इन कर्मचारियों और उनके साथ काम कर रहे लोगो के लिये सकारात्मक रवैया रखा। लेकिन कुछ कमर्चारियों ने ठान रखा है कि हमें कैसे भी कर प्रशासन और पूरी टीम को बदनाम करना है।


आज वही किस्सा हुआ एक कोरोना मरीज जो पिछले कुछ दिनों से अपना इलाज अमलतास में करवा रहे थे चूंकि उनको कोरोना के लक्षण दिख रहे थे तो उन्होंने अपनी कोविड की टेस्ट करवाई जो कि पॉजिटिव आई। पॉजिटिव आने के बाद मरीज खुद सुबह जल्दी जाकर अमलतास अस्पताल में भर्ती हो गया।
बाद में स्वास्थ विभाग की टीम दोपहर 2 के बाद उनके घर पहुँचती है। मरीज के खुद से अमलतास जाने वाली बात पर बदतमीजी करती है और परिजनों को खरी खोटी सुनाती है। साथ ही मरीज से फोन पर गलत तरीके से पेश आये । जबकि यह मानवता नही है हम मानते है कि टीम पिछले 6 माह से काम कर रही है, पर इस तरह मरीज के परिजनों को जलील करना कोंन सी अच्छयी बात है।

इस विषय पर हमारी चर्चा देवास के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एम पी शर्मा से हुई। तो उन्होंने इस विषय पर जानकारी निकल कर उक्त टीम पर कार्यवाही की बात कही।

Post Author: Vijendra Upadhyay