प्रभू ने किया नगर भ्रमण
देवास। जैन समाज के वार्षिक कर्तव्य के अन्तर्गत आदेश्वर परमात्मा की भव्य एतिहासिक रथ यात्रा, सध्विजी सुधर्मागुणा श्रीजी मा.सा. आदि ठाना के सानिध्य में आदिनाथ चौक से प्रारम्भ होकर शन्खेश्वर मंदिर एवं शहर के प्रमुख मार्गो से होती हुई आदिनाथ मंदिर पहुची। चाँदी के सुसज्जित रथ को युवा वर्ग बड़े जोश और उत्साह से खींच रहा था। हजारो की संख्या में सफेद परीधान एवं केशरिया साफो मे सजे पुरुष वर्ग और केशरिया परिधान एवं लाल साफो मे महिलाए वरघोड़े की शोभा बढ़ा रहे थे। ढोल नगाडे के साथ बाजे की धुन पर सभी के पैर थिरक रहे थे।
समाज के हर घर के आगे प्रभू को अक्षत से बधाया जा रहा था। प्रभू के आगे लगातार दुध की धार चल रही थी। जय जय श्री आदिनाथ के नारो से आकाश गूंजायमान हो उठा। ज्ञानचंद कस्तूरचन्द मार्केट वाला परिवार ने प्रभू जी को लेकर रथ में बैठने का लाभ लिया। नगर भ्रमण के पश्चात सौभाग्यवती स्त्रियों ने प्रभू की नजऱ उतारकर प्रभू को मंदिर जी मे झूमते नाचते प्रवेश कराया। आरती के पहले विशेष आराधको को तीन ताली द्वारा मान देकर पुरस्कार वितरण किया गया। अन्त मे सकल श्रीसंघ का स्वामीवात्सल्य का आयोजन किया गया।