देवास। पानीपत युद्ध की 259 वीं तिथि पर कोल्हापुर से पानीपत को निकली शौर्य यात्रा का पड़ाव 10 एवं 11 जनवरी तक देवास में था। 14 जनवरी को यह दल पानीपत पहुंचेगा। यात्रा में प्रत्येक उस स्थान पर पड़ाव रहेगा जहां पानीपत जाते समय मराठा सेना का पड़ाव था। इस यात्रा के देवास पड़ाव में यात्रा के साथ चल रहे कोल्हापुर के आनंदराव पवार व्यायामशाला के पंडितराव पवार तथा साथियों ने शिवकालीन युद्धकला का रोमांचकारी प्रदर्शन प्रस्तुत किया। शिवकालीन मर्दानी खेलों के प्रदर्शन में विभिन्न शस्त्रों के जानकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। कलाओं में लाठी प्रदर्शन, गोलचक्र का प्रदर्शन, ढाल तलवार का प्रदर्शन, विटा नामक मराठों के विशेष शस्त्र का प्र्रदर्शन, दांडपट्टा का प्रदर्शन, तलवार के अचूक वारों का आश्चर्यजनक प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया।
मंडी व्यापारी धर्मशाला के प्रांगण में संपन्न हुए इस कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि श्रीमंत गायत्री राजे पवार विधायक देवास तथा श्रीमंत विक्रमसिंह पवार महाराज थे। श्रीमंत विक्रमसिंह पवार महाराज द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। श्रीमंत गायत्री राजे पवार ने नागरिकों को अपने देश के सत्य इतिहास को जानने की आवश्यकता को बताते हुए युवाओं को इतिहास पढऩे और ऐतिहासिक स्थलों पर जाकर इतिहास जानने का आव्हान किया। पानीपत के इस तृतीय संग्राम में ढाई लाख मराठे शहीद हुए थे। दिलीपसिंह जाधव ने इस युद्ध में देवास महाराज विक्रमसिंह पवार तथा श्रीमंत गायत्री राजे पवार के पूर्वजों की अमर वीरता पर सूक्ष्म विमोचन प्रस्तुत किया।

