लता मय हुआ गीतांजलि ग्रुप का सिंगिंग कार्यक्रम

देवास। महान पार्श्व गायिका स्वर कोकिला लता जी के जन्म उत्सव पर आधारित कार्यक्रम में इस माह गीतांजलि ग्रुप द्वारा अपने 22 वें कार्यक्रम में लता मंगेशकर जी के गाये एक से बढ़कर एक शानदार गीतों के युगल एवम एकल गीतों की लगभग 50 प्रस्तुतियां दी।
शौकिया गायकों के भीतर छुपे कलाकार को एक पारिवारिक मंच प्रदान कर उनकी प्रतिभा को निखारने एवम प्रतिभाशाली गायक/ गायिकाओं को उनके द्वारा गाये गीतों में से सर्वश्रेष्ठ गीत को चुनकर उन्हें सम्मान स्वरूप गायकों के सुंदर चित्र से सुसज्जित शील्ड भी प्रदान की जाती है।


इसी तारतम्य में इस माह कार्यक्रम में लताजी के बेहतरीन गीत “कहीं दीप जले कहीँ दिल” को उज्जैन की गायिका श्रीमती हर्षदा चलिसगांवकर ने प्रस्तुत किया जिसे सर्वश्रेष्ठ चुना गया एवम हर्षदा को लता जी के चित्र से सज्जित शानदार शील्ड अरोरा जी द्वारा प्रदान की गई। 
कार्यक्रम में अभय मुले, डॉ. अतुल बिडवाई, उदय टाकलकर, दीपक कर्पे, जितेंद्र शुक्ला, शर्मिला शुक्ला, अक्षित शुक्ला, हर्षदा चालीसगांवकर, चरंजीत अरोरा, श्वेता आठवले, मंदार मुले, विनोद चौहान, डॉ. जुगल किशोर राठौर, रेणुका राठौर, डॉ. अनुराधा सुपेकर, कमलजीत सिंह, दीपक देशपांडे, अजय करमरकर, विप्लव उपाध्याय,अरविंदर सिंह खनूजा, रीनू खनूजा जी, सुलोचना बेलापुरकर, दुर्गेश यादव ने एक से बढ़कर एक युगल एवम एकल गीतोँ की प्रस्तुति दी एवम श्रोता के रूप में निधी गवंडे, श्रीमती पल्लवी मुळे, श्रीमती स्नेजमंजिरी भागवत, गौरव् भागवत , गरिमा भागवत, विवेक बक्षी, उषा जोशी, सुमन चौहान,  रानी खनुजा, राजेश पटेल, गोपाल पंडित आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन दीपक कर्पे एवम उदय टाकलकर ने किया।

Post Author: Vijendra Upadhyay