शिकायत के बाद ओवर लोड रेत डंपरों पर हुई कार्यवाही
देवास। पिछले लंबे समय से नर्मदा नदी को छलनी कर रेत माफियाओं द्वारा अवैध रूप से बालू रेत का उत्खनन किया जा रहा है। रेत माफियाओं द्वारा बगैर रोक-टोक के अवैध रेत का परिवहन किया जा रहा है। अंधगति से दौड़ने वाले रेत के डंपरों ने अब तक कई लोगों की जान भी ले ली है, किंतु फिर भी शासन- प्रशासन व खनिज विभाग द्वारा अभी तक इन अवैध रेत माफियाओं पर प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई। लिहाजा बागली भाजपा मंडल अध्यक्ष टिकेंद्र प्रताप सिंह ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत की, तब कहीं जाकर सोमवार को खनिज विभाग व पुलिस प्रशासन जागा और ग्रामीणों की मदद से करीब 28 डंपरों पर कार्यवाही की गई। जिनमें से 14 डंपर देर रात तक बागली थाने पहुंच गए थे, शेष डंपर चालक नहीं होने के कारण मौके पर ही खड़े थे। खास बात तो यह है कि अधिकांश डंपर नेताओं व उनके करीबी लोगों के बताए जा रहे है। शायद यही वजह है कि विधायक से लेकर मंत्री तक के फोन घनघनाने लगे थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार धनतालाब घाट पर ग्रामीणों ने अवैध रेत परिवहन करने वाले डंपरों को रोकना शुरु किया, तब बौखलाए खनिज माफिया के इशारे पर चालक व परिचालक ने मौके पर ही चक्काजाम कर दिया। जब इस बात की जानकारी खनिज विभाग के अधिकारियों को लगी तो खनिज निरीक्षक रवि मराठा व बागली थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। इसके बाद डंपरों के खिलाफ कार्यवाही शुरु हुई चक्काजाम करने से मामला बढ़ गया और जिला खनिज अधिकारी आरिफ खान भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद डंपरों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की गई और देखते ही देखते करीब 28 डंपरों को रोका गया। इनमें से अधिकांश डंपर ओवर लोड थे, लिहाजा सभी के खिलाफ कार्यवाही कर करीब 14 डंपरों को बागली थाने पर खड़ा करवा दिया।
आरोप-प्रत्यारोप भी लगे
चक्काजाम कर रहे डंपर चालकों व रेत कारोबार से जुड़े व्यापारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा मंडल अध्यक्ष टिकेंद्र प्रताप सिंह व उनके साथियों द्वारा रंगदारी की जा रही है और प्रत्येक डंपर से 10- 10 हजार रुपये की मांग की जा रही है। जबकि टिकेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि यदि उनके द्वारा रंगदारी की जाती तो फिर वे शिकायत हो क्यों करते। वास्तव में हमने क्षेत्रवासियों की मांग पर ओवर लोड डंपरों की शिकायत की थी, इसी के साथ यह कार्यवाही हुई है, इसीलिए रंगदारी का आरोप पूरी तरह से गलत है।
