– टीम काजी के घर गई थी वह घर नही मिला- एसपी
– सोशल मीडिया पर उठे कई सवाल
देवास। विगत तीन दिनों से देवास में चल रहा सिल्वर कलोनी मामले में काजी अबुल कलाम पर धाराए बढ़ाने के बाद देवास पुलिस आज रविवार को काजी को गिरफ्तार करने उसके घर पहुंची थी। लेकिन टीम को काजी घर पर नहीं मिला और देवास पुलिस टीम को खाली हाथ वापिस आना पड़ा। सूचना यह भी है की काजी देवास से पिछले तीन दिनों से फरार है।
गुरुवार से लेकर शनिवार की घटना में देवास में अशांति का माहौल बना रहा-
सिल्वर कालोनी में काजी की पत्नी के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में गुरुवार को शहर काजी अबूल कलाम ने गोली बारी की था। वही बड़ी संख्या में मुस्लिम समाजजननों ने औद्योगिक थाने पर एकत्रित होकर घेराव किया था। इस मामले में शहर काजी की रिपोर्ट पर 8 युवकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। गुरुवार को हुए मामले को लेकर सिल्वर पार्क कालोनी में असमाजिक तत्वों द्वारा अराजकता फैलाते हुए भय का माहौल निर्मित किया जा रहा था।
शुक्रवार को रहवासी और हिन्दू संगठन पहुंचे थाने –
शुक्रवार को हिंदू समाज के लोग बड़ी संख्या में औद्योगिक थाने पर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए थाने का घेराव कर एएसपी जयवीरसिंह भदौरिया को ज्ञापन दिया था। इसके बाद हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया, तब कहीं जाकर शाम करीब 5 बजे पुलिस ने शहर काजी अबूल कलाम के खिलाफ मामूली धारा 294, 336 में प्रकरण दर्ज कर लिया।
जब इस मामले की जानकारी थाने के बाहर खड़े हिंदू संगठन के कार्यकताओं को लगी तो उन्होंने एक बार फिर पुलिस अधिकारियों से मांग की कि काजी के खिलाफ धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए, किंतु पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी, जिससे आक्रोशित होकर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रसूलपुर चौराहा पर चक्काजाम कर दिया। जाम करीब दो घंटे तक लगा रहा।
इस दौरान पुलिस ने कई बार समझाइश की कोशिश की, किंतु कार्यकर्ता अपनी मांग पर अड़े रहे। उधर इस जाम के कारण इंदौर रोड पर लगभग 10 किलोमीटर लंबी वाहनों की कतार लग गई, जिसमें हजारों लोग परेशान होते रहे। आखिरकार दो घंटे बाद एएसपी जयवीरसिंह भदौरिया ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि पुलिस अधीक्षक से चर्चा करने के बाद धाराओं में इजाफा किया जाएगा।
शनिवार को विरोध के बाद काजी पर धाराएं बढ़ाई –
शनिवार को हिन्दू संगठन के लोग सुबह 11 से ही चामुंडा कांप्लेक्स पर एकत्रित हो गए थे। वहा उन्होंने नारे बाजी कर प्रशासन से काजी के खिलाफ धाराएं बढ़ाने की माग की। बाद में विधायक पुत्र विक्रम सिंह पवार भी हिंदू संगठनों के पास पहुंचे थे।
प्रशासन द्वारा कोर्ट में फरियादी के 164 में बयान करवाए गए। बयान के आधार पर काजी अबुल कलाम फारूखी पर धारा 307 और 25 आर्म्स एक्ट, एट्रोसिटी एक्ट की धाराएं बढ़ाई गई थी।
रविवार को पुलिस टीम को नहीं मिला काजी –
काजी अबुल कलाम पर धाराए बढ़ जाने के बाद देवास पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के निर्देश पर पुलिस टीम काजी के घर पहुंची। लेकिन काजी उसके घर नहीं मिला और टीम को खाली हाथ आना पड़ा। देवास पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने बताया की हमारी टीम उसके घर गई थी लेकिन काजी घर पर उपलब्ध नहीं था। वही अग्रिम जमानत की बात पर उन्होंने बताया की इसकी जानकारी हमे नहीं है।
सोशल मीडिया पर उठे सवाल –
काजी की इस प्रकार की हरकत से सोशल मीडिया पर कई सवाल उठे। सोशल मीडिया अनुसार शांति समिति के सदस्य काजी द्वारा शहर की दूसरी बार शांति भंग करने की कोशिश करी है। साथ ही काजी के कितनी बार शहर के अधिकारियों से बहस करने के वीडियो भी वायरल हुए थे।
साथ काजी पर जनवरी 2016 में भी प्रकरण दर्ज हुआ था तब मामला रफादफा क्यों किया? कानून ने उस समय भी बड़ी कार्यवाही क्यों नहीं की?
अपराधी प्रवत्ति का व्यक्ति कैसे शांति समिति का सदस्य बने रह सकता है?
पिस्टल का लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी पुनः क्यों दिया गया?
कुछ लोगो का कहना था की जिसे कई लोग फॉलो करते है वह कैसे इस प्रकार की घटना को अंजाम दे सकता है?