श्राद्ध पक्ष में अपने पूर्वजों को जलांजलि देकर आशीर्वाद ले – गायत्री परिवार


गायत्री शक्तिपीठ एवं गायत्री प्रज्ञापीठ पर निःशुल्क तर्पण, पिंडदान एवं पितृ यज्ञ का आयोजन
महिलाओं द्वारा भी पिंडदान किया जाएगा
गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर पर होंगे प्रतिदिन श्राद्ध कर्म

देवास । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज के तत्वावधान में देशभर में गायत्री शक्तिपीठ एवं गायत्री प्रज्ञापीठ पर अपने पूर्वजों की आत्म शांति हेतु श्राद्ध पक्ष में तर्पण, पिंडदान एवं पितृ यज्ञ का क्रम अनवरत रूप से कई वर्षों से चल रहा है, इसी कड़ी में इस वर्ष भी श्राद्ध पक्ष में 29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक निरंतर तर्पण, पिंडदान एवं पितृ यज्ञ का क्रम गायत्री संस्थानों पर चलेगा। गायत्री शक्तिपीठ के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया कि गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर पर प्रतिदिन एवं गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर पर विशिष्ट तिथियों में श्राद्ध पक्ष में तर्पण, पिंडदान एवं पितृ यज्ञ का क्रम रहेगा । गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर देवास की संरक्षिका दुर्गा दीदी ने श्राद्ध कर्म पर विशेष मार्गदर्शन देते हुए बताया कि अपने-अपने परिवार की दिवंगत आत्माओं ( पितृ-पुरुषों एवं मातृ-शक्ति ) के प्रति जलाञ्जलि आदि के माध्यम से हम जो श्रद्धा अर्पित करते है, उसी श्रद्धा से बना है श्राद्ध साथ ही सनातन परम्परा अनुसार यह भी मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष में पूर्वज अपने परिवार के प्रति अभिमुख होते है । श्राद्ध पक्ष में तर्पण, पिण्डदान व पितृयज्ञ आदि का विशेष महत्व है । अतः अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति व सद्गति के निमित्त तर्पण, पिण्डदान व पितृयज्ञ का आयोजन करना चाहिए, जिसके परिणाम स्वरूप हमारे पूर्वज श्राद्ध-कर्म से सन्तुष्ट होकर हमें आशीर्वाद प्रदान करते है। गायत्री परिवार देवास के जिला समन्वयक महेश आचार्य ने बताया कि इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर पर प्रतिदिन एवं गायत्री प्रज्ञापीठ विजयनगर देवास पर विगत 12 वर्षों से श्राद्ध पक्ष में प्रति रविवार एवं सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या को तर्पण, पिण्डदान व पितृ यज्ञ का आयोजन गुरुकृपा व आप सभी के सराहनीय सहयोग से किया जाता हैं । इस वर्ष भी श्राद्ध पक्ष में 01 अक्टूबर रविवार, 08 अक्टूबर रविवार एवं 14 अक्टूबर शनिवार (सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या) को गायत्री शक्तिपीठ एवं गायत्री प्रज्ञापीठ विजयनगर, देवास पर पितरों की आत्मा की शांति व सद्गति के निमित्त तर्पण, पिण्डदान व पितृ यज्ञ का आयोजन किया जाएगा । यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से निःशुल्क है । इच्छुक परिजन गायत्री शक्तिपीठ पर परिव्राजक रामनिवास कुशवाह मोबा. 8770491851 एवं गायत्री प्रज्ञापीठ विजयनगर पर ट्रस्टी महेश आचार्य मोबा. 9407102175 से संपर्क कर अपने पूर्वजों का श्राद्ध कर्म बड़ी श्रद्धा से करें। गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी महेश पंड्या एवं गायत्री प्रज्ञापीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी राजेंद्र पोरवाल ने समस्त भावनाशील एवं श्रद्धालुओं से आग्रह किया हैं कि कार्यक्रम में भारतीय वेश-भूषा (भाई लोग धोती-कुर्ता व माता-बहनें साड़ी या सलवार सूट) पहनकर ही अपने पितृगणों की तृप्ति के लिए निःशुल्क तर्पण, पिंडदान एवं पितृ यज्ञ में सम्मिलित होकर पुण्य लाभ लेवें एवं पितृगणों का आशीर्वाद प्राप्त करें । साथ ही समय से 15 मिनट पूर्व उपस्थित होकर अपना स्थान सुरक्षित कर लेवें तथा उपरोक्तानुसार कार्यक्रमों में से अपनी सुविधानुसार केवल एक बार ही भागीदारी करें, ताकि अन्य परिजनों को भी इस शुभ अवसर का पुण्य लाभ मिल सकें ।

Post Author: Vijendra Upadhyay