फेथ फाउंडेशन ग्लोबल स्कूल में गेस्ट लेक्चर आयोजित किया गया | जिसके मुख्य अतिथि डा. रवि अतरोलिया रहे , जो कि रिटायर डी.एस.पी. है , उन्होंने एम.काम , एम.ए. , एल.एल.बी. , तथा पी.एच.डी. किया है और वर्तमान में एम.बी.ए. कर रहे है | वह १९८४ से व्लाइंड बच्चों के लिए काम कर रहे है | उनके लिए कोर्स मटेरियल अपनी आवाज में रिकार्ड कर नि:शुल्क वाँटते हैं , तथा तिरंगा अभियान के अंतर्गत युवा पीढ़ी और संस्थानों में राष्ट्रध्वज की जानकारी १९९७ से देते आ रहे है | वह मध्यप्रदेश राज्य चुनाव आयोग के आब्जर्वर है और पिछले महीने राज्य मानवाधिकार आयोग ने इंदौर जिले के लिए ‘आयोग मित्र’ बनाये गये | विद्यालय के प्राचार्य श्री पंकज किटुकुले द्वारा ग्रीटिंग कार्ड देकर एवं बच्चों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया | मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में हमारे राष्ट्र ध्वज तिरंगे के महत्व को बताते हुए वीडियो के माध्यम से आजादी से पूर्व के राजा – महाराजाओं के प्रतीक चिह्नों की जानकारी दी | किन-किन कारणों से राष्ट्रीय ध्वज में किस तरह के परिवर्तन किये गये एवं ध्वज किस तरह फहराया जाना चाहिए ध्वज के आकार , प्रकार , रंगो के महत्व एवं अशोक चक्र की विशेषता बताते हुये किस – किस तिथि को राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है तथा राष्ट्रीय सप्ताह कब मनाया जाता है उन्होंने बच्चों से वचन लिया कि वे २२ जुलाई को राष्ट्रीय ध्वज दिवस मनाये तथा १५ अगस्त को प्रत्येक घरों में तिरंगा झंडा फहराएँ | साथ ही यह भी बताया कि आजाद भारत में सर्वप्रथम १६ अगस्त १९४७ को लाल किले पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री प. जवाहर लाल नेहरु द्वारा ध्वजारोहण किया गया था |
कार्यक्रम के समापन में गाँधी जी की आबाज एवं रवीन्द्रनाथ टैगोर जी की आबाज में राष्ट्रगान सुनवाया गया | विद्यालय की एकेडमिक डारेक्टर डा. एस. परिमला द्वारा मोमेंटो प्रदान कर मुख्य अतिथि को सम्मानित किया गया |

