देवास – जिला (शहर) कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि सोनकच्छ विधानसभा क्षैत्र में 2 से 15 जगह एक जैसे नाम अलग-अलग वूथो पर की गई शिकायत एवं सोनकचछ एवं देवास मे एक जैसे नामो की कि गयी शिकायत के सम्बन्ध में विधायक श्री राजेन्द्र वर्मा का बयान अपरिपक्वता की निशानी दर्शाता है।
हमने जो शिकायत की है उसमें कई नाम 2 बार से लेकर 15 बार तक एक ही नाम पिता का नाम एवं उम्र अंकित आ रहा है केवल बुथ बदल दिए गए है। वास्तव में सोनकच्छ के मतदाताओ का हक ऐसे फर्जी नाम वाले वोटर मार रहे थे। इसकी वास्तविकता जाॅच करने के लिए कलेक्टर देवास को पत्र एवं पेन ड्राइव के साथ सूचियां सौपी गयी थी।
चुनाव आयोग द्वारा आपत्ती एवं दावे की अंतिम तिथी 31 अगस्त 2018 तक निर्धारित की गई है।
ऐसे में आपत्ती का निराकरण का पत्र सार्वजनिक होना संदेह को दर्शाता है। रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा किसी मतदाता को नोटिस जारी करना एवं दावे आपत्ती की अंतिम तिथी 31 अगस्त के पूर्व पत्र सार्वजनिक करना भी अपराध की श्रेणी मे आता है। यह सारा कृत्य सत्ताधारी नेताओ के दबाव मे किया जा रहा है।
इस सम्बन्ध में पूर्व सांसद श्री सज्जन सिंह वर्मा जी ने जब देवास कलेक्टर से चर्चा की तो उन्हौने भी स्वीकार किया कि चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित आपत्ती दावे की अंतिम तिथी से पूर्व कोई निराकरण सार्वजनिक नही किया जा सकता। यह प्रतिवेदन केवल चुनाव आयोग को भेजा जाता है।
जहाॅ तक श्री सज्जन सिंह वर्मा जी के दो जगह नाम होने का प्रश्न है तो जितने भी चुनाव श्री सज्जन सिंह वर्मा ने लडे़ है उन सभी में शपथपुर्वक नामंाकन पत्र में इन्दौर की मतदाता सूची में अंकित होना बताया है।
श्री सज्जन सिंह वर्मा जी ने आज तक न तो सोनकच्छ विधानसभा क्षैत्र में नाम जुड़वाने का आवेदन दिया है और ना ही सोनकच्छ में कभी वोट डाला है, हमेशा वोटिंग केवल इन्दौर में ही की हैं।
श्री राजेन्द्र वर्मा जी के श्री सज्जन सिंह वर्मा के 6 साल के इलेक्शन न लड़ने वाले उस बयान को हास्यपद करार देते हुए राजानी ने कहा की जो व्यक्ति साफ-सुथरे चुनाव की पेरवी करते हुए सही मतदाताओ को उनका अधिकार दिलाना चाहता हैं उसे ही दोषी ठहराना विधायक की राजनैतिक अपरिपक्वता दर्शाता है। सोनकच्छ विधानसभा के जागरूक मतदाता इस बार विधायक को इस बात का सही जवाब 2018 के विधानसभा चुनाव में जरूर देंगे।
श्री राजानी ने इस संदर्भ मे बताया की हम अभी भी अपनी बात पर अडिग है। देवास एवं सोनकच्छ विधानसभा की शिकायत के पश्चात शेष 3 विधानसभाओ बागली,हाटपिपल्या,खातेगाॅव की भी ऐसी ही शिकायत 31 अगस्त के पुर्व जिला निर्वाचन अधिकारी को करने जा रहे है, जिससे वास्तविक वोटरो की जाॅच होकर दुध का दुध ओर पानी का पानी हो सके।