- गायत्री संस्थानो पर बसंत पर्व पूर्ण उल्लास के साथ सम्पन्न
- दीक्षा संस्कार के साथ कई संस्कार नि:शुल्क सम्पन्न हुए
- सामूहिक गोष्ठी में घर घर गंगे अभियान पर विस्तार से चर्चा
देवास । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की शाखा गायत्री शक्तिपीठ देवास पर परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के आध्यात्मिक जन्मदिवस एवं बसंत महापर्व पूर्ण उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया जिसमें पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ जन्मदिवस, विद्यारंभ, मुंडन सहित अनेक संस्कार नि:शुल्क संपन्न हुए।
गायत्री शक्तिपीठ के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया कि परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के आध्यात्मिक जन्मदिवस एवं बसंत पर्व के पावन पर्व पर दो दिवसीय आयोजन में 15 फरवरी को प्रात: 06 बजे से सन्ध्या 06 बजे तक परिजनों ने सामूहिक मौन साधना की । 16 फरवरी बसंत पर्व पर सुबह 9 बजे श्रीवेदमाता गायत्री, परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्यजी, वन्दनीया माता भगवतीदेवी शर्मा एवं माँ सरस्वती का आह्वान कर पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रारम्भ हुआ जिसमें श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण एवं पर्यावरण संवर्धन के लिए गायत्री महामंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियाँ समर्पित की द्य पूर्णाहुति पर कई श्रद्धालुओं ने एक बुराई छोड़ कर एक अच्छी ग्रहण की । गायत्री शक्तिपीठ पर परम पूज्य गुरुदेव एवं वन्दनीया माताजी की स्मृति प्रखर प्रज्ञा – सजल श्रद्धा सबके आकर्षण का केंद्र रही जिसे बेहद आकर्षक रूप में सजाई गई थी जो सबकी आस्था का केंद्र बनी।
प्रवचन हाल में गोष्ठी में जिला समन्वयक रमेशचंद्र मोदी ने सभी को आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार एवं हर हर गंगे घर-घर गंगे अभियान पर विस्तार से बताते हुए कहा कि पूरे विश्व में श्रद्धा संवर्धन हेतु गायत्री परिवार ने हरिद्वार कुम्भ के माध्यम से हर हर गंगे घर घर गंगे अभियान चलाकर श्रद्धालुओं में आस्था की शुरुआत की हैं,श्रद्धालुओं से कहा कि सभी इस अभियान से जुड़े और कुम्भ के गंगा जल से स्नान कर गंगा स्नान का लाभ ले साथ ही कहा कि घर-घर गंगे अभियान के तहत हम युग निर्माण योजना एवं परम पूज्य गुरुवर के सपनों को घर-घर में गंगा और गायत्री के रूप में स्थापित कर नवसृजन में भागीदार बने ।

युवा प्रकोष्ठ जिला प्रभारी प्रमोद निहाले ने बताया की हर शिष्य को गुरु के जन्मदिवस पर अच्छे संकल्प और अच्छी विचार धारा समर्पित करने की आवश्यकता है । गुरु के विचारों को जन-जन तक फैलाना ही शिष्य की सच्ची गुरु दक्षिणा होगी । आयोजन में ग्रामीण क्षेत्रों से भी गायत्री साधक बड़ी उत्साह एवं उमंग के साथ आयोजन में शामिल हुए एवं अच्छे कार्य के लिए संकल्पित हुए द्य आयोजन में गायत्री परिवार के सन्तोष शर्मा, महेश पण्ड्या, जगदीश चौहान, कन्हैयालाल मोहरी, जी. डी. देशमुख, गणेशप्रसाद व्यास, चारुप्रभा बाबर, ममता यादव, भारतसिंह बनाफर, सुभाष जैन, विजय जाधव, शकुंतला शर्मा सहित सैकड़ों परिजनों की उपस्थिति रही। आयोजन के अंत में महाप्रसाद (भोजन प्रसादी) सभी श्रद्धालुओं ने लाभ लिया। इसी प्रकार गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर देवास पर परम पूज्य गुरुदेव का आध्यात्मिक दिवस एवं बसन्त पंचमी पर्व पर पंचकुंडिय गायत्री महायज्ञ के साथ मनाया गया। इसके एक दिन पूर्व शाम 4.30 से 6.30 तक सबके उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ दो घंटे का मौन जाप किया गया । कार्यक्रम प्रज्ञापीठ के आचार्य गण महेश आचार्य एवं दिनेश बरडे द्वारा सम्पन्न कराया गया ।
इस अवसर पर प्रज्ञापीठ की संरक्षिका दुर्गा दीदी द्वारा उपस्थित सभी परिजनो को संबोधित करते हुए परम पूज्य गुरुदेव के आध्यात्मिक जन्मदिवस के संबंध में विस्तार से बताया गया । इस अवसर पर प्रज्ञापीठ संरक्षक राधेश्याम चौधरी, ट्रस्टी गण शेषनारायण परमार, ज्ञानदेव बोडखे, निधि ओ पी श्रीवास्तव, बृजमोहन विजयवर्गीय, प्रदीप दुबे, सुशीला परमार, वंदना पाटीदार, राधा राठौर आदि उपस्थित थे। अंत में आभार मुख्य ट्रस्टी राजेन्द्र पोरवाल द्वारा माना गया।