देवास। जिले के सोनकच्छ क्षेत्र के नराना में बच्चों के मध्यान्ह भोजन वितरण का ठेका देने के लिए मांगी गई थी रिश्वत।
पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त शैलेंद्र चौहान को आवेदक शिवनारायण मालवीय निवासी नराना ने शिकायत की थी कि उसकी पत्नी का उमंग स्व सहायता समूह शासकीय माध्यमिक विद्यालय नराना में मध्यान्ह भोजन बनाने का ठेका है जिसे आगे बढ़ाने के लिए आरोपी वरिष्ठ शिक्षक होकर विकास खंड स्त्रोत समन्वयक शिक्षा विभाग के पद पर सेवारत है। आरोपी शिक्षक जीवनसिंह विकासखंड स्त्रोत समन्वयक सोनकच्छ द्वारा 5 हजार रूपये की रिश्वत की मांग की गई थी।
जिसको लेकर फरियादी द्वारा पहले 1 हजार रूपये देकर बची हुई राशि 4 हजार रूपये लेकर बुलाया गया था।
जिसके चलते नेवरी फाटा पर रिश्वत लेते निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव की टीम ने वरिष्ठ शिक्षक को नोट लेते रंगे हाथों पकड़ा गया साथ ही आरोपी वरिष्ठ शिक्षक द्वारा आवेदक को मोटरसाइकिल पर बैठाकर पहले नराना लेकर गया। फिर नेवरी फाटा पर रिश्वत की राशि लेकर उतारा तभी लोकायुक्त टीम ने आरोपी को नोटों के साथ पकड़ लिया वही लोकायुक्त की टीम ने बताया कि आरोपी द्वारा लोकायुक्त टीम को झांसा देने के प्रयास भी किया गया।