भाजपा में बगावत का दौर हुआ शुरू , निर्दलीय बिगाड़ सकते है समीकरण

– जिलाध्यक्ष-महामंत्री का पुतला फूंका, टिकट बेचने के आरोप

– मोदी का विरोध करने वालों को भी दिए टिकट

देवास। नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही भाजपा व कांग्रेस दोनो ही पार्टियों में महापौर व पार्षद दावेदारों की एक लंबी कतार देखने को मिल रही थी। दोनो पार्टियों में पहले महापौर पद प्रत्याशियों को लेकर खींचातानी दिखी अब पार्षद पद प्रत्याशी के नाम की घोषणा होने के बाद इनमें दिख रही है।
कांग्रेस ने अभी तक पार्षद पद प्रयाशियो की सूची ज़ारी नही की है वही भाजपा में महापौर हो या पार्षद दोनो ही पद के प्रत्याशी घोषित होने के बाद उस पद पर दावेदारी कर रहे दावेदारों को मनाना कठिन का दिख रहा है। धीरे-धीरे दावेदार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर रहे है।
वही गुरुवार रात को भी एक पूर्व पार्षद को पार्टी से टिकट ना मिलने पर कुछ लोगो द्वारा भाजपा जिलाध्यक्ष व जिला मंत्री का पुतला फुंका था।
45 वार्डों के भाजपा ने गुरुवार को पार्षद प्रत्याशी घोषित किए
भाजपा की सूची बुधवार को ही लगभग तय होकर कुछ भाजपा नेताओं के पास आ चुकी थी और सोशल मीडिया पर मैसेज चलने लगे थे। बधाइयों और स्वागत का सिलसिला भी चल पड़ा था मगर कुछ नामों को लेकर विरोध हुआ तो सूची होल्ड कर दी गई। बाद में प्रदेश कार्यालय से सूची जारी की गई। सूची जारी होते ही विरोध की चिंगारी भड़की जो आग बन गई। कई वार्डों में नए नाम दिए गए तो कुछ में विवादित नामों को जगह दी गई। पुराने नामों को काटा गया तो समर्थकों को एडजस्ट किया गया। एक तरफ तो हिंदुत्व की बात की गई तो दूसरी तरफ मोदी सरकार का विरोध करने वालों को पार्षद का टिकट दे दिया गया। इन सब बातों के चलते इस तरह से विरोध हुआ कि संगठन निशाने पर आ गया। साथ ही पैलेस का भी विरोध हुआ।

चुनाव में निर्दलीय बिगाड़ेंगे गणित
भाजपा में टिकट वितरण के बाद शुरू हुई बगावत से अब पार्टी की नींद उड़ी हुई है। संगठन और पैलेस दोनों ही डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं। शुक्रवार को जिलाध्यक्ष दिनभर लोगों को समझाते रहे। हालांकि विरोध की यह चिंगारी आसानी से बुझती नजर नहीं आ रही है और कहा जा रहा है कि इस बार वार्डों से निर्दलीय उम्मीदवार भाजपा का गणित बिगाड़ेंगे। कई वार्डों में निर्दलीयों के लड़ने की स्थिति साफ है तो कुछ में विचार चल रहा है।
टिकट बेचने के आरोप के साथ जिलाध्य़क्ष-जिला महामंत्री का पुतला फूंका
पार्षद प्रत्याशियों की सूची सामने आते देर रात को विरोध हुआ। भाजपा कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग पोस्ट शेयर कर विरोध जताया। वार्ड 34 में राजेश यादव का टिकट काटकर राम यादव को दिया तो राजेश यादव के समर्थक नाराज हुए। जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल और जिला महामंत्री राजेश यादव का पुतला जलाया। आरोप लगाए कि जिलाध्यक्ष और जिला महामंत्री ने टिकट बेचा है। एक पोस्ट में दूसरे वार्ड के कार्य़कर्ता ने लिखा कि मेरे वार्ड में जिलाध्यक्ष और जिला महामंत्री का आना मना है। सबसे हैरानी एक वार्ड में हुआ जहां आरोप लगे कि ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया गया है जिसने सीएए-एनआरसी के विरोध प्रदर्शन में भाग लेकर मोदी सरकार का विरोध किया था। कार्यकर्ता इस फैसले से नाराज दिखे।

महिला नेत्रियों की उपेक्षा, नेता पत्नियों को तवज्जो
डॉ. मनीषा बापना ने प्रेसनोट जारी कर कहा कि वैसे तो भाजपा संगठन अपने कार्यकर्ताओं और वास्तविक रूप से सामाजिक सेवाओं में लगे संगठन के पदाधिकारियों को महत्व देने की बात करता है, लेकिन इस बार देवास में पार्टी की और से चुने गए प्रत्याशियों के मामले में उसके सारे सिद्धांत धराशायी नजर आ रहे हैं। टिकटों के वितरण के मामले में लगता है कि संगठन ने कुछ जी हुजूरी करने वाले नेताओं को अपने भविष्य का कर्णधार बनाने का निश्चय किया है। इसमें वे लोग ज्यादा हैं जिनका जनता से सीधे कोई वास्ता नहीं और न ही देवास के विकास से। संगठन में दिन रात मेहनत करने वाली महिला मोर्चे की कार्यकर्ताओं को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया। सालों साल से बिना किसी पद के संगठन के एक इशारे पर कार्य करने वाली जुझारू महिला कार्यकर्ताओं की उपेक्षा संगठन के दृष्टिकोण पर प्रश्नचिह्न लगा रही है। सवाल उठता है संगठन के लिए खून पसीना एक कर देने वाले लोगों के प्रति यह उपेक्षा का भाव क्या पार्टी को मजबूती देग। क्या कार्यकर्ताओं की बजाय अब संगठन जी हुजूर लोगों की तरफदारी करने लगा है।

Post Author: Vijendra Upadhyay