– विधायक के हस्तक्षेप के बाद निर्दोष आरोपियों को किया रिहा
देवास/ क्रिकेट मैच में भारत की जीत की ख़ुशी पुरे देश भर में मनाई गई। प्रदेश में महू, उज्जैन के साथ देवास के नाम को भी हुड़दंगियों ने कंलकित किया। देवास में भी अचानक जीत का जश्न हुड़दंग में बदल गया। उत्साहित भीड़ ने कोतवाली टीआई पर भी हमले का प्रयास किया। पुलिस ने 10 लोगो को आरोपी बना कर उन्हें गंजा कर जुलुस भी निकाला। विधायक के हस्तक्षेप के बाद निर्दोष आरोपियों को पुलिस ने रिहा किया। साथ ही घटना की निष्पक्ष जाँच के दिए निर्देश।
रविवार को चैम्पियन ट्राफी में जैसे ही न्यूजीलैंड पर भारत ने जीत दर्ज की, वैसे ही देवास शहर में जश्न का माहौल बन गया और देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में युवाओं की फौज सयाजी द्वार पर एकत्रित हो गई, जहां पर युवाओं ने आतिशबाजी शुरु कर दी। कुछ देर तक जश्न अच्छी तरह से चलता रहा, किंतु कुछ देर बाद यह जश्न हुड़दंग में तब्दील हो गया। जश्न में शामिल युवा एक-दूसरे पर जलते हुए पटाखे फेंकने लगे जिससे एबी रोड से निकलने वाले वाहनों और राहगीरो को परेशान होने लगी। यह देखते ही मौके पर मौजूद कोतवाली टीआई अजय गुर्जर ने हुड़दंगियों को रोकने का प्रयास किया, किंतु वे फिर भी नहीं माने और पुलिस से हुज्जत करने लगे। इतना ही नहीं कुछ युवाओं ने तो पुलिस वाहन पर भी जलते हुए पटाखे फेंकना शुरु कर दिये। इसके बाद मामला बिगड़ गया और पुलिस ने सख्ती दिखाकर जश्न में शामिल युवाओं को तितर-बितर करने का प्रयास किया। यह घटनाक्रम काफी देर तक चलती रही और उत्साही युवक जलते हुए पटाखे इधर-उधर फेंकते रहे और थोड़ी देर बाद पुलिस के साथ ही उत्साही युवक भी अपने-अपने घर निकल गए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के निर्देश पर हुड़दंगियों की तलाश में पुलिस निकली, जिन्हें सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल पर बने वीडियो के आधार पर पहचान कर पकड़ना शुरु किया। इसी दौरान सयाजी द्वार पर मोमोज की दुकान का संचालन करने वाला अखिलेश यादव पुलिस के हत्थे चढ़ गया, जिसे एक पुलिसकर्मी मन्नुलाल वर्मा ने बेरहमी से पीट दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में पुलिस ने शहर भर में घूमकर करीब 10 हुड़दंगियों को गिरफ्तार किया, जिनका सोमवार सुबह जुलूस निकाला गया। उधर पुलिस पिटाई में घायल हुए युवक के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक मन्नूलाल वर्मा को लाइन अटैच कर दिया गया।
इस घटनाक्रम में सोशल मीडिया पर पुलिस कार्यवाही पर कई सवाल उठ गए। कुछ लोगो का मानना है कि निर्दोष लोगों पर कार्यवाही की गई।
जिन्होंने हुड़दंग की है उन पर तो कोई कार्यवाही नहीं हुई है । शांति समिति की बैठक में भी देवास पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने कहा कि पुलिस तो बम और पत्थर फेंकने वालों से भी लड़ लेगी। लेकिन इनसे आम लोग कैसे लड़ेगे? हमें उनकी सुरक्षा तो करना ही होंगी। सयाजी द्वार की घटना प्रदेश स्तर पर फेल गई है। जिससे शहर की गरिमा पर सवाल उठते है।शहर में कोई भी आयोजन हो शालीनता से मनाना चाहिए। ताकि शहर में एक मिसाल बने।
विधायक गायत्री राजे ने एसपी से की मुलाकात
विधायक गायत्री राजे पवार ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक पुनीत गहलोद से बंद कमरे में मुलाकात की। भारत की जीत के बाद हुए जश्न में हुड़दंग के मामले में पुलिस की कार्रवाई पर उन्होंने नाराजगी जताई। पुलिस ने कुछ युवकों को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया था। इन युवकों के सिर मुंडवाकर शहर में बीती रात जुलूस निकाला गया था। इस कार्रवाई में निर्दोष युवकों पर मारपीट के आरोप भी लगे थे। विधायक ने एसपी से मुलाकात के बाद बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को कोतवाली थाने से जल्द छोड़ा जाएगा। एसपी गहलोद ने पूरे मामले की जांच अतिरिक्त एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया को सौंपी है। उन्होंने 7 दिन में जांच पूरी करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।