देवास/ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह द्वारा कल मंत्रीमंडल का विस्तार कर दिया गया। शिवराज के इस मंत्रिमंडल में बॅटवारे में देवास के साथ अन्याय किया गया है। यहॉ की विधायक गायत्रीराजे पवार मंत्री पद की प्रबल हकदार थी, लेकिन बॅटवारे में उनका हक मारकर अनदेखी की गई है। जिसके चलते उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया और विधायक पवार को मंत्रीमंडल में शामिल करने की अपील की।

वही दूसरी और इस बात का अफ़सोस शहर कॉंगेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने भी सोशल मिडिया के माध्यम से प्रकट किया।
उन्होंने कहा आज देवास में जन्म लिए एक नागरिक की हैसियत से मेरा मन विचलित और व्यथित है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी के नवीन मंत्रिमंडल में देवास जिले का प्रतिनिधित्व ना पाकर मन अत्यंत उदास और दुखी है। आज अचानक स्वर्गीय तुकोजीराव पंवार जी की याद आ गई यदि आज वे होते तो देवास जिले का प्रतिनिधित्व एक कैबिनेट मंत्री के रूप में अवश्य करते। पिछले कई वर्षों से देवास जिले से श्री सज्जन सिंह वर्मा जी, स्व. तुकोजीराव पंवार जी, दीपक जोशी जी के रूप में हमेशा ही मंत्रिमंडल में देवास जिले का प्रतिनिधित्व किया जिससे देवास जिले का विकास संभव हो पाया। आज अफसोस है कि देवास जिले के किसी विधायक को इस लायक नहीं समझा गया। ऐसा नहीं है कि विधायक गण इस योग्य नहीं है, किंतु आज के राजनीतिक परिपेक्ष में तिकड़म बाजी और अपने आकाओं के कारण देवास जिले को आज इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से वंचित होना पड़ा। जिससे आगे चलकर देवास जिले के विकास पर विपरीत असर पड़ेगा। आश्चर्य इस बात का भी है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के भाजपा में होने के बाद भी देवास विधायक श्रीमती गायत्री राजे पंवार जी को मौका क्यों नहीं मिला ? सर्वविदित है कि पंवार परिवार को हमेशा ही सिंधिया परिवार का सहयोग मिलता रहा है वह चाहे कांग्रेस से उम्मीदवारी चयन का हो या अन्य तरीके से, आवश्यक मदद तब भी मिलती रही थी, यह किसी से छिपा हुआ नहीं है। स्व. माधवराव सिंधिया जी से लेकर श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी कांग्रेस में हमेशा ही निर्णायक भूमिका में रहे और समय-समय पर उन्होंने पंवार परिवार की मदद की। आज इसके उलट श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के बीजेपी में होते हुए भी मंत्रिमंडल में श्रीमती गायत्री राजे पवार जी कोई स्थान न मिलना दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं अपितु देवास जिले की जनता का अपमान भी है। मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि वर्तमान मे कोई पनौती है जो देवास जिले के विकास को रोकने के लिए अपना असर दिखा रही है, ऐसी पनौती को तलाश कर नष्ट करना ही होगा तभी देवास जिले का अभिमान ऊंचा उठ पाएगा। मेरी इस अभिव्यक्ति को कृपया कर राजनीतिक चश्मे से ना देखें यही निवेदन है।
जिस पर विधायक प्रतिनिधि रवि जैन ने जवाब दिया।
देवास का एक आम नागरिक और भाजपा का कार्यकर्ता होने के नाते मैं मनोज राजानी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने देवास की फिक्र तो की। जहां तक मंत्रिमंडल की बात है तो भाजपा नेतृत्व ने सबको साधकर मंत्री बनाया है और यह भाजपा है यहां भाजपा का हर छोटे से कार्यकर्ता की भी पूछपरख होती है, यहां पारदर्शिता से काम होता है। अधिकारियों से और खासकर बहनों से पैर पड़वाने की परंपरा भाजपा में नहीं है। यहां सबको मान सम्मान देते हैं। देवास विधायक श्रीमंत गायत्रीराजे पवार के मंत्री न बनने के कारण राजानी इतने विचलित क्यों हो रहे हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि इस तरह के घडिय़ाली आंसू बहाकर वे विधायक को दिखाना चाह रहे हो कि हम भी भीतर से भाजपा के ही हैं। मैं कहना चाहता हूं कि चाहे दिवंगत तुकोजीराव पवार हो या विधायक गायत्रीराजे पवार इनका पॉवर कभी किसी मंत्री से कम नहीं रहा। ये वे लोग हैं जिनके कारण देवास कांग्रेस मुक्त हुआ है। मैं कहना चाहता हूं कि बजाय भाजपा की फिक्र करने के 15 माह की सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के जो कीर्तिमान कांग्रेस सरकार ने रचे हैं यदि उस पर भी वे दु:ख जताते तो बड़ी खुशी होती।
जिस नेता के साथ राजनीति के तीन दशक गुजार दिए उन्होंने ही राजानी की सुध नहीं ली और , कभी आगे बढऩे नहीं दिया। इस पर भी चिंतन-मनन करते तो अच्छा रहता। जिस पनौती की वे बात कर रहे हैं पहले पता तो लगाएं कि उनका राजनीतिक करियर जो बढऩे नहीं दे रही वह कौनसी पनौती है। राज परिवार की फिक्र हो रही…. कहीं ऐसा तो नहीं कि इसके बहाने से अपनी १५ माह की गलतियों के लिए राज परिवार से क्षमायाचना कर रहे हो। व्यक्तिगत रूप से मैं मनोज राजानी के लिए चिंतित हूं और प्रार्थना करता हूं कि उन्हें सरकार गिरने के दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करे। …और हां, मेरी इस पोस्ट को राजनीतिक चश्मे से न देखा जाए। देवास शहर का एक नागरिक होने के नाते मैंने अपनी भावना व्यक्त की है।