देवास, 25 मई 2021/ आध्यात्म,संस्कृति और पर्यटन विभाग की मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने मंगलवार को वेबेक्स के माध्यम से इन्दौर तथा उज्जैन संभाग के जिलों में राज्य आनंद संस्थान से जुड़े आनंद क्लबों की गतिविधियों और कोरोना काल मे उनके द्वारा किये जा रहे कामों की समीक्षा की। इस दौरान म.प्र. रा. आ.सं. के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अखिलेश अर्गल, निदेशक इंद्रपाल सिंह, श्री प्रचीत गंगराडे एवं श्री सत्यप्रकाश आर्य के साथ पूरे प्रदेश के जिला संपर्क व्यक्ति उपस्थित थे। इस दौरान देवास से वेबेक्स के माध्यम से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं नोडल देवास प्रकाश चौहान, म.प्र.राज्य आनंद संस्थान की जिला समन्वयक डॉ. समीरा नईम, दीपक पोरवाल, मोहन वर्मा, सुश्री रूपा पटवर्धन सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
वेबेक्स के माध्यम से म.प्र.राज्य आनंद संस्थान समन्वयक डॉ. समीरा नईम ने कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं नोडल देवास, रा.आ.सं.श्री प्रकाश चौहान मुख्य की उपस्थिति में विभिन्न गतिविधि का प्रस्तुत किया। मुख्य रूप से वर्षों में संस्थान की गतिविधियों के साथ आनंद क्लब द्वारा संचालित की जा रही महत्वपूर्ण कार्यों को समाहित किया।
डॉ समीरा नईम ने मंत्री सुश्री ठाकुर को अवगत कराया कि जिले में 708 पंजीकृत आनंदकों के साथ शासन द्वारा आईओईसी से प्रशिक्षित 02 मास्टर ट्रेनर 6-6 आनंदम सहयोगी एवं लगभग 50 स्वयंसेवी साथियों के साथ हम विभिन्न कार्यों एवं प्रकल्पों से आनंद के प्रसार में अपना समया एवं सामर्थमानुसार योगदान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि “ALPVIRMA.” – पिछले अप्रैल माह से निरंतर हमारे स्लोगन बाहर नहीं तो भीतर चले के द्वारा अबतक लगभग 2000 लोगों को आनंद के साथ अवसाद एवं तनाव मुक्ति के प्रभाय निरंतर जारी है। उल्लेखनीय है कि हमारे द्वारा मप्र. शासन की इस पहल को पूरे प्रदेश एवं देश के विभिन्न राज्यों में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए स्थापित करने में अपना योगदान दिया है। इस प्रकार हमारे लगभग 500 साथी ‘अल्पविराम दे सीधे लाभान्वित हुए हैं, जिनमें शासकीय अधिकारी, कर्मचारी, औद्योगिक इकाई के कर्मचारी, गृहणियाँ, वरिष्ठ नागरिक, छात्र-छात्राएं, शिक्षक, वृद्धाश्रम के सदस्य एवं जेल के बंदी शामिल हैं, जिनके आंतरिक परिवर्तन को अनुभव का संकलन किया जा रहा है।
समन्वयक डॉ. समीरा नईम ने जिले में चल रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी साझा की ओर बताया कि जिला मुख्यालय से लेकर दूरदराज के गांवों तक जिस तरह लोग समाज के जरूरतमंद तबकों की खुशी के लिए काम कर रहे है।
आनंदक मोहन वर्मा ने बताया कि किस तरह उनकी संस्था एक्ट-ईव एजुकेशन एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी पिछले छह सालों से जरूरतमंदों की खुशी के लिए काम कर रही है। कोरोना काल मे अस्पताल के लिए बेड से लेकर ऑक्सीजन तक और प्लाज़्मा डोनेट करने से लेकर जरूरतमंद परिवारों को कच्चा राशन उपलब्ध कराने की सामाजिक जिम्मेदारी को सभी सदस्य जुनून से कर रहे है। शहर में स्ट्रीट डॉग्स के लिए बीते 23 सालों से काम कर रही रूपा पटवर्धन ने भी अपने काम की जानकारी साझा की और सभी से मूक पशुओं के साथ मानवीयता से व्यवहार करने की अपील की। इन्दौर तथा उज्जैन संभाग के बीस से अधिक स्थानों पर संचालित आनंद संस्थान और आनंद क्लबों के साथ जरूरतमंदों की खुशी के लिए काम कर रही अन्य संस्थाओं के प्रमुखों ने भी अपनी गतिविधियों की जानकारी साझा की।
जिले में इनके माध्यम से लगातार की जा रही है गतिविधियां
जिले में इमरान खान, सुश्री हिना राठौर, नरेन्द्र गोदन, पवन परिहार, अनारसिंह ठाकुर, सुश्री रितू व्यास, श्रीमती सुनीता पाटिल, दिनेश जी, लखन जी, शेर खान, वारिस अली बागली सहित अन्य सहयोगियों के माध्यम से गतिविधियां संचालित की जा रही है। इन सभी व्यक्तियों द्वारा भी वेबेक्स से माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई तथा अपने-अपने किए गए कार्यों से अवगत कराया।