देवास का चप्पल कांड डब्लूडब्लूई की लड़ाई से कम नही

देवास में विगत दो दिन पूर्व मास्क न लगाने पर एक महिला पर प्रशासन ने चालानी कार्यवाही करना चाहा, पर महिला भी जिद्दी ओर स्वाभिमानी थी…उसने प्रशासनिक टीम से भरी रोड़ पर बहसबाजी की, खरी खोटी सुनाई..यही नहीं उसने हाथापाई कर एक महिला पुलिस होमगार्ड को धक्का भी दे मारा..जिससे वह दूर जा गिरी…जिससे महिला पुलिस होमगार्ड के स्वाभिमान को ठेस पहुच गई..वह फिर से उस हाथापाई कर रही महिला से जा भिडी…यह देख साथी महिला पुलिस होमगार्ड को भी गुस्सा आया और उसने अपनी चप्पल का इस्तेमाल करना चाहा.. उसकी टीम के कुछ लोगो ने उसको प्रोत्साहित किया कि जाओ जाओ मारो…वह भी आखिर थी तो महिला ही, उसने भी न आव देखा, न ताव..ओर अपने शरीर से दोगुना शरीर की महिला को चप्पल दे मारी…वेसे सच भी है की  जब ताव आ जाये तो यह नहीं देखा जाता कि कोंन कितना भारी है, पूरा दृश्य किसी डब्लूडब्लूई की लड़ाई से कम नहीं था…क्योकि वहां कोई किसी से कम नहीं था..बड़े अधिकारी भी शायद किसी बड़े परिणाम के इंतजार में सब देख रहे थे। घटना के दौरान जिद्दी महिला पर प्रकरण दर्ज हुआ।पूरा दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हुआ…सभी ने अपनी – अपनी प्रतिक्रिया दी..किसी ने जिद्दी महिला को गलत ठहराया तो, किसी ने चप्पल वाली पुलिस महिला होमगार्ड को गलत बताया.. किसी ने प्रशासन की कार्यवाही को गलत कहा… अब इसका रजनीतिकरण होना भी तय है, विपक्ष भी मुद्दा बना रही है।कोई जातिवाद घोल रहा है।
यह तो सब ठीक है…लेकिन यह बात बढ़ती ही नहीं यदि आरोपी महिला खुद प्रशासन की कार्यवाही में सहयोग करती…बस हाथापाई में सब का स्वाभिमान जाग गया और डब्लूडब्लूई का दृश्य उत्पन्न हो गया।

Post Author: Vijendra Upadhyay