आस्था और राजनीति का सैलाब देखना है तो दूर न जाये, अपने आस पास ही देख लेवे

महिला दिवस पर भूख और प्यास से परेशान होती रही हजारों महिलाएं

देवास टाइम्स। विगत दिनों सीहोर में आस्था का सैलाब था, जहां लाखों भक्त श्रद्धा पूर्वक परेशान होते हुए सीहोर के रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल हुए थे। जहां प्रशासन ने उनकी व्यवस्था करने के लिए हाथ खड़े कर दिए थे।


वही दूसरी ओर आज देवास मे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में राजनीति का सैलाब देखने को मिला.. इसमें प्रशासन की पूरी टीम, नेता नगरी के तमाम छोटे मोटे नेता सभी लगे हैं, महिलाएं एकत्रित करने के लिए कई स्कूलों की बसे भी अधिग्रहण की गई…
महिलाओ को एकत्रित करने के लिये सभी ने एड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर देवास में प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें करीब 1 लाख महिलाओं को एकत्रित करने का लक्ष्य रखा था, किंतु यह लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। एक आंकलन के अनुसार 30 से 35 हजार महिलाएं ही एकत्रित हो सकी। कार्यक्रम दोपहर 2 बजे शुरु होने वाला था, किंतु भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान 2 घंटे विलंब से करीब 4 बजे देवास पहुंचे। जबकि महिलाओं को सुबह 11 बजे से ही देवास बुलवा लिया गया था। ऐसे में इन महिलाओं को सभा स्थल पर करीब 5 घंटे तक मशक्कत करना पड़ी और इस दौरान वे भूख और प्यास से परेशान होती दिखाई दी। कई महिलाओं को तो कुर्सी भी नहीं मिली। लिहाजा उन्हें धूप में ही समय काटना पड़ा।

कार्यक्रम तय है तो हुआ भी, लेकिन आस्था और राजनीति के जनसैलाब में अंतर साफ है।

विजेंद्र उपाध्याय, देवास
08 मार्च 2022

Post Author: Vijendra Upadhyay