देश की युवा आबादी उसकी जीडीपी को प्रभावित करती है- श्री तेजरा


लघु उद्योग भारती का स्थापना दिवस समारोह सम्पन्न हुआ


देवास। इकाई अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता ने स्वागत संबोधन मे बताया कि लघु उद्योग भारती की स्थापना 1994 में हुई इन 28 वर्षों के सफर में लघु उद्योग भारती ने पूरे देश में अपनी पहचान बनाई है।  आज लघु उद्योग भारती 250 से अधिक शाखाओं और 40000 से अधिक सदस्यों के साथ 400 अधिक जिलों में सक्रिय है। लघु उद्योग भारती के स्थापना दिवस के अवसर पर देवास इकाई ने स्वदेशी और स्वालम्बन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संघ के विभाग प्रचारक दिनेश तेजरा,  जिला व्यापार एव उद्योग विभाग के  जी.एम.  मंगल  रेकवाल, विद्युत विभाग के एसई आर. सी. जैन, लघु उद्योग भारती के पूर्व मालवा संभाग अध्यक्ष सतीश मुकाती थे।

कार्यक्रम की शुरुआत मां भारती और भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। संघ की प्रतिनिधि सभा में पास हुए स्वदेशी और स्वालम्बन के प्रस्ताव का वाचन सहसचिव विजेंद्र उपाध्याय ने किया।  कार्यक्रम में देवास इकाई निर्माण से अभी तक के सभी पूर्व अध्यक्षो समीर मूंदड़ा, सतीश मुकाती, बंसत शर्मा, नरेंद्र मूंदड़ा, संजय तलाटी  का सम्मान, सम्मान पत्र के साथ किया गया। वही इकाई में जुड़े अगली पीढ़ी के बने नए सदस्यों का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता श्री तेजरा ने बताया कि भारत में बेरोजगारी का बड़ा कारण युवाओं का नौकरी के प्रति आकर्षण है जबकि युवाओं को व्यवसाय की तरफ आकर्षित होकर नौकरी लेने वाला नहीं नौकरी देने वाला बनना चाहिए।  किसी भी देश की युवा आबादी उसकी जीडीपी को प्रभावित करती है इसलिए युवाओं को उद्यमी बनना होगा साथ ही रोजगार का सृजन जिले की भौगोलिक स्थिति के आधार पर जिला स्तर पर होना चाहिए। कार्यक्रम में श्री रेकवाल ने  की क्लस्टर योजना को विस्तार से बताया। वही श्री जैन ने विद्युत विभाग से सबंधित जानकारी साझा की।

अंत में  आभार कार्यकारिणी के अजय परमार ने व्यक्त किया। कार्यकारिणी से विनय कावले, किशोर राजपूत, मुकेश वर्मा, हरीश जैन, विशाल जैन, अनूप जैन, सुभाष शिंदे आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन जितेंद्र जायसवाल ने किया। स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में देवास इकाई ने जलमन्दिर का शुभारंभ भी किया। वही सदस्यता अभियान भी चलाया गया।

Post Author: Vijendra Upadhyay