भाराछासं में पैसे देकर बन रहे पदाधिकारी


पैसे के लेन देन के शक में प्रदेश प्रभारी का पुतला फूंका

देवास। मप्र छाराछासं के प्रदेश प्रभारी नीतीश गौर का स्थानीय भोपाल चौराहे पर भाराछासं कार्यकर्ताओं ने ही पुतला दहन किया गया। भाराछासं जिला उपाध्यक्ष यशवंत कुशवाह ने बताया कि मध्यप्रदेश के समस्त जिलों में भाराछासं की सदस्यता चल रही है। सदस्यता किस आधार पर की जा रही है, यह किसी को जानकारी नहीं है। ना ही प्रदेश प्रभारी द्वारा समस्त जिलों में कोई प्रभारी बनाया गया और ना ही पूर्व जिलाध्यक्षों को जानकारी दी गई, ना ही कोई प्रेस वार्ता की गई। प्रदेश प्रभारी द्वारा भेदभावपूर्ण तरीके से अपने-अपने लोगों को फोन लगाकर कहा गया कि आप मेंबर शिप करो, आपको मैं जिलाध्यक्ष बना दूंगा। प्रभारी ने अपने लोगों के फार्म डलवाए है, उसके अलावा जितने भी फार्म डाले है, वह सब रिजेक्ट कर दिये गए है। अगर कोई कार्यकर्ता प्रभारी को फोन लगाता है, तो प्रभारी द्वारा बदतमीजी से बात करता है, ऐसे प्रभारी जो भेदभाव तरीके से चुनाव करवा रहे है और लगता है पैसे का लेनदेन कर रहे है। क्योंकि पूर्व में भी व्हाट्सएप चैटिंग पर एनएसयूआई में जिलाध्यक्ष बनाने पर पैसों की डिमांड की गई थी। लगता है प्रभारी भी पैसों के ही कुछ ऐसे ही चक्रव्यूह रच रहे है, जिससे कि वह हर जिलाध्यक्षों से पैसे ले सके, जो उनके है। मध्यप्रदेश में रिकार्ड उठाकर देख लीजिए, अगर मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा किसी भी मुद्दे को उठाया होगा तो, देवास की एनएसयूआई की टीम ने ही उठाया है। उसके बावजूद पूर्व एनएसयूआई टीम जोकि सक्रिय है। भाराछासं कार्यकर्ताओं ने ऐसे प्रदेश प्रभारी को हटाने की मांग की है। 

Post Author: Vijendra Upadhyay