– महापौर उम्मीदवारों ने जारी की अपनी दौड़
देवास। देवास में नगरीय चुनाव की घोषणा होते ही लोगो को महापौर के सपने दिन में आने लगे है,
सभी अपनी- अपनी पहुच, अपने- अपने अनुभव के साथ जोर आजमाइश में लग गए है…
देवास का इतिहास है कि देवास का महापौर हमेशा से पैलेस का नजदीकी ही रहा है…क्योकि देवास का लगभग हर कार्य नगर निगम से सम्बंधित ही रहता है…इसलिए पैलेस भी हमेशा से चाहता है कि महापौर भी भाजपा को तो रहे पर उनका नजदीकी ही रहे…
वेसे देवास की राजनीति भी पैलेस से शुरू होती है और वही खत्म हो जाती है…पैलेस के बिना अन्य राजनीतिक लोगो का चलना असम्भव सा रहता है…वर्तमान में अन्य दलों के कुछ नेता भाजपा में शामिल होने के इच्छुक तो है पर पैलेस के रुदबे के आगे वह नतमस्तक नहीं होना चाहते है…
खेर यह राजनीति है समय -समय पर व्यक्ति से सब कुछ करवा देता है, जो वह नहीं करना चाहता है।
आज महापौर की दौड़ में कई शामिल है, कुछ भाग रहे है…कुछ जीतने के शार्टकट रास्ते ढूढ रहे है…पर जीतेंगा वही जो पैलेस को पहले छू पायेगा…
इसलिय महापौर उम्मीदवार के लिये उसकी कुंडली मे राज योग के साथ राजे योग भी होना जरूरी है। बिना राजे योग के नाम आगे बढ़ना असम्भव है। बाद में सगठन भी उसी नाम पर अपना ठप्पा लगाएगा।
वैसे अभी वर्तमान में उम्मीदवारो की दावेदारी के कारण कई प्रकार की असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है। हो सकता है हमे कुछ अप्रत्यक्ष भी देखने को मिल जाये।
खेर जो भी हो हमारा महापौर वही चाहिये जो खुद के विवेक से कार्य कर देवास के विकास को नई दिशा प्रदान करे।
विजेंद्र उपाध्याय, देवास