सेन थॉम अकादमी के छात्रों ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आरआरसीएटी का दौरा किया
देवास। सेन थॉम अकादमी, देवास केछात्र-छात्राओं के एक समूह ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर इंदौर स्थित राजा रमन्ना सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (आरआरसीएटी) का दौरा किया।
इस वर्ष की थीम “विकसित भारतके भारतीय युवाओं को वैश्विक नेतृत्व के लिए विज्ञान और नवाचार में सशक्त बनाना” थी, जिसने पूरे कार्यक्रम को प्रेरणादायक बना दिया। यह आयोजन डॉ. सी.वी. रमन और उनके प्रसिद्ध रमन प्रभाव की खोज की स्मृति में आयोजित किया गया था। उद्घाटन भाषण आरआरसीएटी के निदेशक श्री उमेश डी. मालशे ने दिया।
छात्रों ने इस दौरान विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों का अवलोकन किया, जिनमें लेजर, तरल नाइट्रोजन के गुणों और विभिन्न प्रकार के चुंबकीय पदार्थों पर आधारित प्रयोग शामिल थे। इसके अलावा, हाई-टेक फायर ब्रिगेड सिस्टम का भी प्रदर्शन किया गया।
छात्रों को औद्योगिक, चिकित्सा और सैन्य क्षेत्रों में लेजर के उपयोग की जानकारी मिली। उन्होंने INDUS-1 और INDUS-2 सिंक्रोट्रॉन इलेक्ट्रॉन त्वरकों (इलेक्ट्रॉन एक्सीलरेटर्स) के बारे में सीखा, जो चौबीसों घंटे कार्यरत रहते हैं। इसके अलावा, छात्रों को ऑप्टिकल फाइबर, फोटोनिक्स (प्रकाश तरंगों का अध्ययन) और उनकी तकनीकी उपयोगिता से संबंधित प्रदर्शनों को देखने का अवसर मिला।
एआइसी पाइ–हबफाउंडेशन ने छात्रों को नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। श्री उमेश डी. मालशे ने छात्रों को वैज्ञानिक नवाचार में सहयोग के लिए इस फाउंडेशन से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर सभी छात्रों और शिक्षकों को एआइसी पाइ-हबफाउंडेशन का नाम अंकित सफेद कैप भेंट की गई।
दौरे का एक प्रमुख आकर्षण तरल नाइट्रोजनका प्रयोग था, जहां छात्रों ने देखा कि कैसे यह -196°सेंटीग्रेडके अत्यंत कम तापमान पर फल और सब्जियों को कठोर बना देता है। उन्होंने पानी और तरल नाइट्रोजन की प्रतिक्रिया का भी आनंद लिया, जिससे बादल जैसी संरचना उत्पन्न हुई।
यह दौरा छात्रों के लिए वैज्ञानिक सोच विकसित करने और अनुसंधान के प्रति उनकी रुचि बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ।
विद्यालय प्रबंधन और प्रधानाचार्य ने आरआरसीएटी प्रशासन का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने छात्रों को इतना ज्ञानवर्धक अवसर प्रदान किया।