देवास पुलिस ने किया चैन स्नेचिंग की घटना का मात्र 15 दिनों में पर्दाफाश
चैन स्नेनिंग की घटना करने वाले 03 आरोपियों को किया गिरफ्तार, तीनों आरोपी इंदौर निवासी
पूर्व में कर चुके हैं हत्या -हत्या का प्रयास – लूट – चाकूबाजी जैसी गंभीर घटनाएं कारित।
देवास। जिले में महिला के गले से चैन स्नेचिंग की घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को देवास पुलिस ने मात्र 15 दिनों में गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई में “ऑपरेशन त्रिनेत्रम” के अंतर्गत लगे 2500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की अहम भूमिका रही, जिन्हें ₹90 लाख की लागत से जनसहयोग के माध्यम से लगाया गया है।
पकड़े गए तीनों आरोपी—युवराज रघुवंशी, हर्ष निगम और शिव उर्फ मोनू करोले—इंदौर निवासी हैं और पहले भी हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और चाकूबाजी जैसी गंभीर घटनाओं में लिप्त रह चुके हैं। पुलिस ने इनके पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल तथा लूटी गई सोने की चैन भी जप्त कर ली है।
एसपी देवास श्री पुनीत गेहलोद ने प्रेस कांफ्रेंस में वारदात का खुलासा करते हुए ऑपरेशन त्रिनेत्रम में सहयोग देने वाले नागरिकों को सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि इस ऑपरेशन के तहत सीसीटीवी कैमरों के प्रभाव से जिले में अपराधों की संख्या में गिरावट आई है। इस वर्ष अब तक चोरी गई ₹1 करोड़ 80 लाख की संपत्ति में से पुलिस ₹1 करोड़ 40 लाख की संपत्ति बरामद कर चुकी है।
गत छह महीनों में केवल दो चैन स्नेचिंग की घटनाएं हुई हैं, और दोनों मामलों में पुलिस ने कुछ ही दिनों में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से अब अपराधियों को वारदात के तुरंत बाद ही पकड़ लिया जा रहा है, जिससे चुराया गया सामान खपाने से पहले ही बरामद कर लिया जाता है।
इस बार विशेष बात यह रही कि प्रेस कांफ्रेंस में स्वयं पीड़ित महिला भी उपस्थित हुई, जिन्होंने थाना सिविल लाइन की टीम को धन्यवाद दिया। एसपी श्री गेहलोद ने महिला से चर्चा कर उन्हें और अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रेरित किया।
घटना 15 अप्रैल 2025 की रात करीब आठ बजे की है, जब मिश्रीलाल नगर, कैलादेवी रोड पर एक महिला के गले से अज्ञात बदमाशों ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर चैन छीन ली थी। तत्काल थाना सिविल लाइन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और अपराध क्रमांक 189/2025 धारा 304(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की।
एसपी श्री पुनीत गेहलोद के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री जयवीर सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन तथा नगर पुलिस अधीक्षक श्री दीशेष अग्रवाल और थाना प्रभारी श्री रोहित पटेल के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी व भौतिक साक्ष्य, मुखबिर तंत्र और ऑपरेशन त्रिनेत्रम के अंतर्गत लगे कैमरों की मदद से आरोपियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार किया।
इस सराहनीय कार्य में थाना सिविल लाइन के रोहित पटेल, उप निरीक्षक अरुण पिपल्दे, यश नाइक, प्रधान आरक्षक पवन पटेल, आरक्षक मातादीन, अरुण चावड़ा, शुभम कश्यप, हितेश कुशवाह के साथ-साथ थाना कोतवाली के सुनील देथलिया, नवीन देथलिया तथा सायबर सेल के सचिन चौहान और शिवप्रताप सिंह सेंगर की विशेष भूमिका रही।