जानकारी छुपाई, दो होटल संचालकों पर दर्ज हुआ प्रकरण
होटलों और लॉज में रुकने वालों की देवास पुलिस ने की प्रभावी जाँच
देवास। प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना द्वारा सभी जिलों को सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसी कड़ी में देवास पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत के नेतृत्व में जिला स्तर पर होटलों, लॉज, धर्मशालाओं में ठहरने वाले आगंतुकों की औचक जाँच की गई। इस अभियान के तहत शाम और रात्रि गश्त के दौरान सार्वजनिक स्थानों, होटल-ढाबों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजारों सहित अन्य संभावित स्थलों पर पुलिस टीमों ने सतत निगरानी रखी।
जाँच के दौरान होटल में ठहरे लोगों की सूचना थाने को न देने और आवश्यक अभिलेख संधारित न करने की गंभीर अनियमितता सामने आई। पूर्व में भी समझाइश दिए जाने के बावजूद जब होटल संचालकों द्वारा नियमों की अनदेखी की गई, तब पुलिस द्वारा सख्त रुख अपनाया गया।
दिनांक 7 मई 2025 को थाना औद्योगिक क्षेत्र प्रभारी शशिकांत चौरसिया ने अपनी टीम के साथ मिलकर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले होटलों की जाँच की। इस दौरान कैलादेवी रोड स्थित होटल रींगस तथा विकासनगर चौराहा के पास स्थित होटल गोल्डन विंग्स की जाँच की गई। जाँच में पाया गया कि होटल में ठहरे लोगों का नाम, आईडी प्रूफ आदि आवश्यक प्रविष्टियाँ रजिस्टर में दर्ज नहीं की गई थीं। साथ ही होटल संचालकों द्वारा यह जानकारी स्थानीय पुलिस थाने में भी नहीं दी गई थी, जो कि जिला दंडाधिकारी के आदेशों का स्पष्ट उल्लंघन है।
उक्त कृत्य मध्यप्रदेश शासन द्वारा पारित आदेश क्रमांक 2548/एडीएम/रीडर/एफ-40/2024 दिनांक 29 मई 2024 के उल्लंघन की श्रेणी में आता है, जिसमें होटल, लॉज, धर्मशाला संचालकों को रुकने वाले व्यक्तियों की पहचान, प्रविष्टियाँ और थाने को उसी दिन सूचना देना अनिवार्य किया गया है। इन आदेशों के उल्लंघन पर नवीन भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करने के निर्देश भी दिए गए थे।
पुलिस ने होटल रींगस के संचालक अशोक पिता किशनलाल सोलंकी, उम्र 54 वर्ष, निवासी सनसिटी-2 देवास तथा होटल गोल्डन विंग्स के संचालक विपिन पिता चिंतामन दायमा, उम्र 28 वर्ष, निवासी मकान नंबर 23/3 भवानीसागर, देवास के विरुद्ध पृथक-पृथक अपराध क्रमांक 429/07.05.2025 एवं 428/07.05.2025 के तहत धारा 223 बीएनएस के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक सुनील एक्का, परवेज़ खान, प्रधान आरक्षक शैलेन्द्र, केतन, तेजसिंह, आरक्षक अजय, लक्की और संदीप की सक्रिय भूमिका रही।