भारत वर्ष ऋषि मुनियों की आध्यात्मिक भूमि है
देवास। आनंद मार्ग प्रचारक संघ देवास के भुक्तिप्रधान दीपसिंह तंवर ने बताया मलेशिया में 05 से 07 दिसंबर 2025 तक आनंद मार्ग का विश्व स्तरीय धर्म महासम्मेलन पहंग प्रदेश के बेंतोंग शहर में किया जा रहा है।कार्यक्रम भारत सहित चीन, सिंगापुर के साधक व सन्यासी आचार्य नित्यसुन्दरानंद अवधूत, आचार्य बोध प्रज्ञानन्द अवधूत, भी उपस्थित रहे। मनीला के सेक्टोरियल सेक्रेटरी आचार्य कृष्णकमलानन्द अवधूत जो कार्यक्रम के मुख्य आयोजक है, बताया कि आज के प्रवचन में आनंद मार्ग के पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्वदेवानन्द अवधूत ने कहा कि भारत वर्ष ऋषि मुनियों की आध्यात्मिक भूमि है, यहां समय-समय के अंतराल पर अनेक महापुरुषों धार्मिक एवं आध्यात्मिक ज्ञान को धर्म शास्त्र के रूप में प्रकाशित किया है। जो मनुष्य नैतिक नीतियों का पालन नहीं करते हैं वह आध्यात्मिकता की गहराई को नहीं समझ सकते। आध्यात्मिक रहस्यवाद की अनुभूति के लिए राजाधिराज योग का पालन जरूरी है, आनंद मार्ग की साधना पद्धति अष्टांगयोग, राजयोग से भिन्न है।आनंद मार्ग के प्रवर्तक श्री श्री आनंदमूर्ति जी आध्यात्मिक रहस्य को सहज रूप प्रतिपादित करके मानव के उत्थान के लिए वैज्ञानिक पद्धति दी है। आध्यात्मिक साधना यम नियम के बिना संभव नहीं है, यम नियम के बिना लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो सकती। उक्त जानकारी हेमेन्द्र निगम काकू ने दी।


