साक्षी नागर का चयन भारतीय सेना के अग्निवीर में
देवास। पिछले दिनों जिले के ग्राम भाटखेड़ी निवासी साक्षी नागर का चयन भारतीय सेना के अग्निवीर (कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस) में हुआ था। इसके बाद साक्षी ट्रेनिंग के लिए रवाना हो गई थी, रविवार को 31 सप्ताह की ट्रेनिंग पूरी कर साक्षी देवास पहुंची। देवास की पहली महिला अग्निवीर के देवास पहुंचने की जानकारी मिलने पर विभिन्न स्थानों पर साक्षी नागर का शहरवासियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और परिजनों ने भव्य स्वागत किया। पुष्पमालाओं और देशभक्ति के नारों के बीच साक्षी का मनोबल बढ़ाते हुए लोगों ने बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया। साक्षी के पिता मोड़सिंह नागर भी सेना में सेवा दे चुके है। जबकि माता गायत्री नागर गृहिणी है। सेना का वातावरण और देशसेवा का संस्कार उन्हें घर से ही मिला। साक्षी ने बताया कि भारतीय सेना में भर्ती होने की प्रेरणा उन्हें अपने पिता और मामा से मिली, जो स्वयं देश की सेवा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि 31 सप्ताह की यह सैन्य यात्रा मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अध्याय रही। आर्मी ट्रेनिंग एक सामान्य नागरिक को अनुशासन, साहस और मजबूत व्यक्तित्व से लैस सैनिक बनाती है। कठोर शारीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, फायरिंग, युद्धक अभ्यास और मानसिक सुदृढ़ता की परीक्षा से गुजरकर साक्षी अब कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस में अग्निवीर पद पर अपनी सेवाएं देगी। देवास की पहली महिला अग्निवीर बनने का गौरव प्राप्त करने वाली साक्षी नागर ने जिले के युवाओं, विशेषकर बेटियों के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया है। साक्षी के घर भाटखेड़ी और आसपास के इलाकों में खुशी का माहौल रहा। स्थानीय लोगों ने कहा कि साक्षी की उपलब्धि न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे देवास के लिए गर्व का क्षण है। देशसेवा के जज्बे और अनुशासन से भरपूर साक्षी नागर आज युवाओं के लिए प्रेरणादायी उदाहरण बन चुकी हैं। शहरवासियों को उम्मीद है कि आगे भी वे इसी समर्पण के साथ देवास और देश का नाम रोशन करती रहेंगी।


