अमलतास विवि में 12 व 13 दिसम्बर को नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन

अमलतास विवि में 12 व 13 दिसम्बर को नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन

देवास। डिपार्टमेंट ऑफ एलाइड एंड रीहैबिलिटेशन साइंसेज़, अमलतास यूनिवर्सिटी, देवास द्वारा NCMSAP 2025 – सेकंड मिड टर्म नेशनल कॉन्फ़्रेंस ऑफ सोसायटी फॉर एडिक्शन साइकोलॉजी का आयोजन12 व 13 दिसम्बर को किया जा रहा है। जिसमें देश-विदेश के विशेषज्ञ भाग लेंगे। इस राष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्य विषय “एडिक्शन के कॉग्निटिव, क्लीनिकल एवं साइको-न्यूरोलॉजिकल पहलू” रखा गया है। इस सम्मेलन का उद्देश्य नशे और व्यसन (Addiction) से संबंधित समस्याओं को समझने और समाधान खोजने के लिए सहयोगात्मक तथा बहु-विषयक (Multidisciplinary) दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। सम्मेलन में युवाओं में बढ़ रही लत की समस्या को केंद्रित करते हुए, विभिन्न प्रकार के एडिक्शन पर चर्चा की जाएगी। आज युवाओं में नशे की समस्या पारंपरिक मादक पदार्थों तक सीमित नहीं है, बल्कि गेमिंग, सोशल मीडिया, ऑनलाइन जुआ जैसे व्यवहारिक एडिक्शन भी गंभीर चुनौतियाँ बन चुके हैं। यह स्थिति न केवल युवाओं को बल्कि परिवारों, समाज और समुदायों को प्रभावित कर रही है। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर के विशेषज्ञ, शोधकर्ता, नीति-निर्माता, शिक्षाविद, और युवा जागरूकता से जुड़े संगठन भाग लेंगे। कार्यक्रम में एडिक्शन के कारण, इसके परिणाम और इसके समाधान के लिए नवीन एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर विस्तृत विचार-विमर्श किया जाएगा। NCMSAP 2025 देश का ऐसा प्रमुख मंच है जो पहली बार साइकोलॉजी, न्यूरोसाइंस, नर्सिंग, रीहैबिलिटेशन, सोशल वर्क और मेडिकल साइंसेज़ को एक ही छत के नीचे जोड़कर एडिक्शन जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दे पर एक संयुक्त पहल कर रहा है।
अमलतास विश्वविद्यालय के चेयरमैन श्री मयंक राज सिंह भदौरिया जी द्वारा बताया गया की NCMSAP 2025 का उद्देश्य एक बहु-विषयक (Multidisciplinary) मंच प्रदान करना है, जो साइकोलॉजी, न्यूरोसाइंस, नर्सिंग, रीहैबिलिटेशन, सोशल वर्क और मेडिकल साइंसेज़ के विशेषज्ञों को एक छत के नीचे लाता है। हमारा विश्वास है कि इस संयुक्त पहल के माध्यम से ही हम इस समस्या के कारणों, परिणामों और समाधानों पर नवीन एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोणों से व्यापक चर्चा कर सकेंगे। मैं देश-विदेश से पधारे सभी विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और नीति-निर्माताओं का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ। आपके ज्ञान, अनुभव और विचार-विमर्श से प्राप्त निष्कर्ष एडिक्शन के क्षेत्र में भविष्य की नीतियों और हस्तक्षेपों के लिए निश्चित रूप से एक नई दिशा प्रदान करेंगे।

Post Author: Vijendra Upadhyay