नववर्ष पर पुलिस का उपहार, 220 गुम मोबाइल लौटाए

नववर्ष पर पुलिस का उपहार, 220 गुम मोबाइल लौटाए

देवास। नववर्ष के अवसर पर देवास पुलिस ने जिलेवासियों को बड़ी राहत देते हुए गुम हुए मोबाइल फोन वापस कर एक सराहनीय पहल की है। जिला साइबर सेल द्वारा 220 गुम मोबाइल फोन खोजकर उनके वास्तविक स्वामियों को सौंपे गए, जिनकी कुल अनुमानित कीमत लगभग 40 लाख रुपये है। अपने मोबाइल वापस पाकर आवेदकों के चेहरे पर खुशी साफ नजर आई। पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोद के निर्देशन में जिले में 360 पुलिसिंग के अंतर्गत साइबर अपराधों से राहत देने के उद्देश्य से ऑपरेशन साइबर संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिला स्तरीय साइबर सेल के माध्यम से प्रत्येक थाना स्तर पर दो दो पुलिसकर्मियों को साइबर मित्र के रूप में चिन्हित कर उन्हें साइबर फ्रॉड और गुम मोबाइल से जुड़े मामलों में त्वरित कार्रवाई के लिए प्रशिक्षित किया गया है। साथ ही प्रत्येक थाना क्षेत्र में प्रतिदिन पुलिस चौपाल आयोजित कर गांव मोहल्ला कस्बा और वार्ड स्तर पर नागरिकों को साइबर ठगी से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं तथा किसी भी साइबर फ्रॉड की स्थिति में तत्काल 1930 या 112 नंबर पर शिकायत दर्ज कराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में साइबर सेल देवास को प्राप्त मोबाइल गुमने संबंधी आवेदनों पर कार्रवाई करते हुए कुल 220 मोबाइल फोन खोजे गए। यह कार्य अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवास शहर जयवीर सिंह भदौरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवास ग्रामीण श्रीमती सौम्या जैन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवास यातायात हरनारायण बाथम के मार्गदर्शन में किया गया। दिनांक 31 दिसंबर 2025 को पुलिस कंट्रोल रूम देवास में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक देवास द्वारा इन सभी मोबाइल फोन को उनके स्वामियों को नववर्ष के उपहार स्वरूप वितरित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित नागरिकों को साइबर सुरक्षा और डिजिटल सतर्कता के संबंध में भी जानकारी दी गई। उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन साइबर के तहत वर्ष 2025 के दौरान जिला साइबर सेल देवास द्वारा लगभग 1 करोड़ रुपये मूल्य के कुल 655 गुम मोबाइल फोन खोजकर उनके स्वामियों को वापस लौटाए जा चुके हैं। इस सफल और सराहनीय अभियान में जिला साइबर सेल प्रभारी प्रआर शिवप्रताप सिंह सेंगर, प्रआर सचिन चौहान, मप्रआर मुर्तजा, मआर नैना खान, निशा पाटोरिया, आर राहुल बडोले तथा मोनू राणावत का विशेष योगदान रहा।

Post Author: Vijendra Upadhyay