देवास। आज पुरा देश और मप्र कोरोना संकट से जूझ रहा है। देवास में भी इसकी शुरुआत हो चुकी है। जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, निगमायुक्त, डॉक्टर्स सभी ने जिस तरीके से अब तक कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जो भी निर्णय लिये है वो काबिले तारीफ है। चाहे वो सब्जी मंडी बंद करना हो, दोपहिया-चार पहिया को शहर मे प्रतिबंधित करना, दूध डेयरी और जरूरी सामान की होम डिलीवरी का कार्य हो, चाहे वार्डो को सैनिटाइज करने का काम हो। जागरूकता के लिए उठाए गए सभी प्रशासनिक कदम कि हम प्रशंसा करते हैं। लेकिन अब जिस तरीके से देवास जिले में 3 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये है जिला प्रशासन से हम मांग करते हैं कि अब देवास की जनता की ओर बेहतरी और सुरक्षा के लिए भीलवाड़ा मॉडल की तर्ज पर देवास भी तैयार हो। चूंकि भौगोलिक और क्षेत्रफल की दृष्टि से भीलवाड़ा और देवास जिले में काफी समानताएं हैं, जिस तरीके से भीलवाड़ा जिले में हर वार्ड में घर-घर तक सर्वे किया गया, जांच दल द्वारा सघन निरीक्षण किया गया। उसी तरीके से देवास जिले में भी जिला प्रशासन को वार्ड स्तर तक डोर टू डोर निरीक्षण के लिए काम करना चाहिए।
जिला शहर कांग्रेस कमेटी देवास यह मांग करती है कि देवास जिले को कोरोना संकट से बचाने के लिए भीलवाड़ा मॉडल की तर्ज पर देवास में भी सघन जांच दल हर वार्ड तक पहुंचे ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके और हमारा देवास सुरक्षित रहे।