
– संजय शुक्ला के घर पर हुई पथराव की घटना
देवास। हर शहर में शांति समिति रहती है जो शहर हित में मिलजुल कर निर्णय लेती है। जिसे शहर के सभी नागरिको को मानना पड़ता है। विगत दिवस देवास में हुई शांति समिति की आगामी होने वाले त्योहारों को लेकर बैठक सम्पन्न हुई थी। जिसमे ब्राह्मण समाज के पूर्व अध्यक्ष, शांति समिति के सदस्य संजय शुक्ला द्वारा पर डीजे की आवाज को लेकर विरोध दर्ज किया था। बैठक में देवास के प्रशासनिक अधिकारी के साथ शहर के गणमान्य, हर धर्म के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। बैठक में शहर हित में आगामी त्योहार शांति पूर्वक मनाये जाने की अपील की जाती थी। लेकिन शुक्ला द्वारा डीजे के विषय पर रखी बात किसी को ठीक नहीं लगी और दो दिन पूर्व उनके घर के सामने एक डीजे गाड़ी बहुत देर तक तेजी से बजती रही। जिसकी शिकायत उन्होंने डायल 100 में भी की थी।
रविवार सुबह करीब 6 बजे एक और घटना और उनके साथ घटित हुई। संजय शुक्ला के निवास पर अज्ञात तत्वों द्वारा पथराव कर दिया गया। इस हमले में घर के कांच टूट गए और बाहरी हिस्से को नुकसान पहुँचा। सूचना मिलते ही ब्राह्मण समाज, सर्व समाज एवं विभिन्न हिंदू संगठनों के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित होकर संजय शुक्ला के निवास पर पहुँचे। इसके पश्चात आक्रोशित जनसमूह रैली के रूप में सिटी कोतवाली पहुँचा, जहाँ उन्होंने प्रदर्शन कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
सर्व समाज सहित हिन्दू संगठन के लोगों ने कोतवाली परिसर के बाहर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि यह हमला केवल एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज की भावना पर किया गया है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो शहर का माहौल बिगड़ सकता है और इसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। घटना के संबंध में पुलिस ने मौके का निरीक्षण कर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कैमरों में 4 से 5 युवक पथराव करते हुए स्पष्ट रूप से नजर आ रहे हैं। फुटेज के आधार पर उनकी पहचान की जा है और जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया गया है।
प्रदर्शन के दौरान एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदौरिया को सर्व समाज की ओर से ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें कहा गया कि यदि संजय शुक्ला को किसी प्रकार की हानि पहुँचती है, तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर पुलिस और प्रशासन की होगी। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका सार्वजनिक रूप से जुलूस निकाला जाए, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। घटना के बाद से ही शहर में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता के साथ निगरानी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

