मोहन वर्मा- देवास टाइम्स. कॉम
कथित झोलाछाप डॉक्टरों पर छापामार कार्यवाही से हड़कम्प
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शहर में आज प्रशासन द्वारा अवैधानिक रुप से डॉक्टरी कर रहे व्यक्तियों पर की गई छापामार कार्यवाही से हड़कम्प मच गया । जिलाधीश आशीष सिंह के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों के दल ने शहर में चल रहे विभिन्न क्लीनिक और चिकित्सकों के यहां छापा मार कार्यवाही की। जिलाधीश द्वारा शिकायतों और सूचनाओं के आधार पर आम आदमी को राहत देने की दृष्टि से ये कदम उठाया है जिसमें अवैधानिक रुप से क्लिनिक चलाने वाले कई डॉक्टरों और क्लीनिक पर छापा डाला गया। कार्यवाही के दौरान अवैध रूप से संचालित पाए गए क्लिनिक और दवाखानों को सील किया गया है। छापामार कार्यवाही की सूचना मिल जाने से कुछ क्लिनिक संचालक ताले लगाकर गायब भी हो गए ।
कार्यवाही में अपर कलेक्टर सारिका भूरिया, एसडीएम देवास पुरूषोत्तम कुमार, संयुक्त कलेक्टर अंजली जोसेफ, डिप्टी कलेक्टर जीवनसिंह रजक, तहसीलदार देवास नरेन्द्र बाबु यादव सहित संबंधित थानों के प्रभारी शामिल थे।
आज की कार्यवाही को लेकर
कुछ लोगो का कहना है कि इसमें उन डॉक्टरों पर भी कार्यवाही की गई जिनके पास अलग अलग तरह की वैध डिग्रियां है और वह अपने-अपने कौंसिल से रजिस्टर्ड है । छोटे क्लीनिकों में ऐसे डॉक्टर 20 – 30 रुपए में ईलाज करते है।
बहरहाल यदि ऐसे छोटे क्लिनिक चलाने वाले डॉक्टर फिर चाहे वो आरएमपी हों या बीएचएमएस या बीएमएस यदि वैध रूप से अपने क्लिनिक संचालित नही कर रहे है तो जनहित में इस तरह की कार्यवाही का स्वागत किया जाना चाहिए ।