औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार कर रही है हर संभव प्रयास, ज्‍यादा से ज्‍यादा एक्‍सपोर्ट के लिए बनाया जा रहा है प्‍लान – कलेक्‍टर श्री शुक्‍ला

देवास जिले को मध्य प्रदेश का एक्सपोर्ट हब बनाने के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
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एक्‍सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की उद्यमियों को दी जानकारी
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सरकार का उद्देश्य उद्योगों को इंटरनेशनल मार्केट के लिए तैयार करना – सचिव श्री नरहरि
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देवास/ देवास जिले को मध्य प्रदेश का एक्सपोर्ट हब बनाने के लिए जिले के उद्यमियों के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन रामाश्रय होटल देवास में हुआ। एक्‍सपोर्ट को बढ़ावा देने तथा जिले से बांस, इंजीनियरिंग और फार्मा प्रोडक्‍ट ज्‍यादा-ज्‍यादा एक्‍सर्पोट के लिए उद्यमियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। कार्यशाला में पैनल डिस्कशन किया गया, उद्यमियों की समस्याओं को जाना। इस दौरान सचिव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम पी. नरहरि, कलेक्‍टर चन्‍द्रमौली शुक्‍ला, विक्रम सिहं पवार, नगर निगम आयुक्‍त विशाल सिंह चौहान, डायरेक्‍टर ईईपीसी रजत श्रीवास्‍तव, गिरीश मंगला, रवि तिवारी, जीके मिश्रा सहित, संबंधित विभाग के अधिकारी, जिले के उद्योगपति उपस्थित थे।
कार्यशाला में सचिव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम श्री पी नरहरि ने कहा कि मध्यप्रदेश में एक्सपोर्ट के लिए काम किया जा रहा है। एक्‍सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्‍य सरकार मिलकर काम कर रही है। यूक्रेन-रशिया वार में हमने यूरोप में गेहूं का एक्‍सपोर्ट किया। जिससे किसानों को फायदा हुआ और किसानों को अच्छे दाम मिले। एक्सपोर्ट के लिए क्या-क्या कर सकते हैं, इसके लिए टास्क और बनाई गई है। प्रदेश सरकार एक्सपोर्ट में राजस्‍व आता है। हमारे पास रॉ मटेरियल है, टैलेंट है जो हम एक्सपोर्ट कर सकते हैं।
प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम श्री पी. नरहरि ने कहा कि प्रोडक्‍ट के एक्‍सर्पोट के लिए सरकार द्वारा एक्सपोर्ट एक्‍सन प्लान बनाया जाएगा। हमारा उद्देश्य उद्योगों को इंटरनेशनल मार्केट के लिए तैयार करना है। एक जिला-एक उत्पाद के अंतर्गत जिलों से अलग-अलग उत्पादों का चयन किया है। उत्पादों को इंटरनेशनल मार्केट में एक्‍सपोर्ट किया जाएगा। प्रोडक्ट की क्वालिटी इंटरनेशनल मार्केट के लिए बनाई जा रही है। एक्सपोर्ट संबंधी आज जो भी सुझाव देंगे, उस पर कार्य किया जाएगा। एमपी से हम ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट किया जायेगा। विदेशो में भारतीय प्रोडक्‍टों की मांग है, हम ऐसे प्रोडक्‍ट बनाए जो अधिक से अधिक एक्‍सपोर्ट हो।
कलेक्‍टर श्री शुक्‍ला ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश से ज्‍यादा से ज्‍यादा एक्‍सपोर्ट हो इसके लिए प्रदेश स्‍तर पर प्‍लान बनाया जा रहा है। देवास को प्रदेश का एक्सपोर्ट हब बनाना है। जितना एक्‍सपोर्ट करेंगे देश की अर्थ व्यवस्था उतनी ही मजबूत होगी। एक्‍सपोर्ट पर देश की अर्थव्यवस्था निर्भर है। इसलिए एक्सपोर्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है। एक्‍पोर्ट से रोजगार भी बढ़ेगा।
कलेक्‍टर श्री शुक्‍ला ने कहा कि उद्योगों को जिला और राज्यस्तरीय लेवल पर प्रमोट किया जा रहा है। उद्योग के लिए प्रदेश सरकार ग्रांट भी दे रही है। एक उत्‍पाद एक जिला में जिले का चयन बांस के लिए किया गया है। किसानों को बांस लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बांस की खेती से होने वाले फयदों के बारे में किसानों को बताया जा रहा है। जिले में 15 हजार एकड से ज्‍यादा ऐरिया में बांस प्‍लानटेशन किया गया है। देवास के बांस के प्रोडक्‍ट विदेशो में एक्‍सपोर्ट किये जा रहे है। क्लाइमेट चेंज से निजात पाने के लिए बांस बहुत उपयोगी है।
कार्यशाला में उद्योगपतियों ने प्रेजेंटेशन दिया और अपने-अपने अनुभव साझा किए। आर्टिशन एग्रोटेक के देवोपम मुखर्जी ने कहा कि देवास को प्रदेश में बांस की केपिटल बनाना है। सबसे डेंसीटी वाला बांस कटंग बांस होता है, जो हमारे यहा उपलब्‍ध है। उन्‍होंने बताया कि बांस की फसल से किसानों को तो लाभ होता है साथ ही पर्यावरण को भी लाभ होता है। उन्‍होने बताया कि उनसे जिले के 18 हजार किसान जुडे है।
कार्यशाला में उद्योगपतियों ने अपनी समस्याओं को साझा किया। उन्हें क्या-क्या समस्याएं आती है, इस संबंध में अधिकारियों को अवगत कराया। एमएसएमई द्वारा किए जा रहे कार्यों और विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।

Post Author: Vijendra Upadhyay