अवैध कालोनी काटने वाले इंदौरी कालोनाईजर पर प्रकरण दर्ज


– निगम के उपयंत्री की शिकायत पर पुलिस ने लिया संज्ञान
देवास। इंदौरी कालोनाईजर द्वारा मीठा तालाब के समीप एक अवैध कालोनी काटकर देवास शहर के भोले-भाले लोगों को सब्जबाग दिखाते हुए न सिर्फ भूखंड बेच दिये, बल्कि नगर एवं ग्राम निवेश कार्यालय तथा नगर निगम से नक्शा स्वीकृत कराए बगैर रजिस्ट्री का निष्पादन भी करवा दिया गया। जब इस मामले की शिकायत निगम आयुक्त तक पहुंची तो जांच उपरांत उपयंत्री श्याम सुंदर रघुवंशी के लिखित आवेदन पर संज्ञान लेते हुए नाहर दरवाजा पुलिस ने कालोनाईजर मोहन पिता शिवदयाल जायसवाल निवासी शांति नगर मूसाखेड़ी इंदौर के खिलाफ मप्र नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा 292 सी के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
गौरतलब है कि इंदौरी कालोनाइजर मोहन जायसवाल ने वार्ड क्रमांक 35 मीठा तालाब रोड पर स्थित भूमि सर्वे नं. 556 रकबा 0.020 हेक्टेयर एवं सर्वे नं. 557/1 रकबा 0.304 हेक्टेयर कुल सर्वे नं. 2 कुल रकबा 0.324 हेक्टेयर भूमि पर सिद्धि विनायक नगर के नाम से कालोनी काट दी। इस कालोनी में आरसीसी रोड व बाउंड्री वॉल बनाकर देवास के भोले-भाले लोगों को तरह-तरह के सब्जबाग दिखाए और उनके खून-पसीने की कमाई लेकर प्लाट बेच दिये। जबकि कालोनी का ग्राम एवं नगर निवेश कार्यालय से मानचित्र स्वीकृत नहीं कराया गया और ना ही नगर निगम से भवन अनुज्ञा प्राप्त की गई। बावजूद इसके कालोनाइजर ने कालोनी में 90 फीसदी भूखंड बेच दिये और अधिकांश भूखंडधारियों से संपूर्ण राशि लेकर रजिस्ट्री का निष्पादन भी कर दिया गया। जब यह लोग अपना घर बनाने के लिए मानचित्र स्वीकृत कराने नगर निगम पहुंचे तो उन्हें यह कहकर बैरंग लौटा दिया गया कि कालोनाईजर ने वैधानिक औपचारिकताएं पूर्ण नहीं की है। उक्त कालोनी अभी अवैध है, इसीलिए नगर निगम मानचित्र स्वीकृत नहीं कर सकती है। अब भूखंडधारी अपना आशियाना बनाने के लिए यहां से वहां भटक रहे है और कालोनाइजर से भी गुहार लगा रहे है, किंतु कालोनाइजर ने हाथ खड़े कर दिये है। इस मामले में एडव्होकेट अनिलराजसिंह सिकरवार ने गत 31 अक्टूबर 2023 को आयुक्त नगर निगम देवास, कलेक्टर देवास, उप संचालक ग्राम एवं नगर निवेश कार्यालय देवास तथा संभागायुक्त उज्जैन को लिखित शिकायत की थी। इसी शिकायत के बाद नगर निगम व जिला प्रशासन के अधिकारी हरकत में आए और जांच के उपरांत मामला दर्ज कर लिया गया है।
डीएचएल कालोनी के भूखंडधारी हो रहे परेशान
जिस तरह सिद्धि विनायक नगर के कालोनाइजर मोहन जायसवाल ने भोले-भाले लोगों को भूख्ंाड बेचकर धोखाधड़ी की है। उसी तरह भोपाल रोड पर ग्राम जामगोद के निकट एक इंदौरी कालोनाइजर ने डीएचएल कालोनी आज से 10 साल पहले लांच की थी। तब कालोनी में प्लाट बेचने के लिए कई सब्जबाग दिखाए थे और आश्वासन दिया था कि जल्दी ही कालोनी को विकसित किया जाएगा, किंतु आज 10 साल बीत जाने के बाद भी कालोनी में विकास कार्य के नाम पर सिर्फ मुख्य द्वार बना है। जबकि कालोनी में आज भी गाजरघास उग रही है। इस कालोनी में भी 90 फीसदी भूखंड बेच दिए गए है और उनकी रजिस्ट्री का निष्पादन भी कर दिया गया है। उक्त कालोनाईजर के खिलाफ भी पूर्व में शिकायत हो चुकी है, किंतु राजनीतिक प्रभाव के चलते कालोनाईजर के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही नहीं हो सकी।

Post Author: Vijendra Upadhyay