अमलतास विश्वविद्यालय देवास में शिक्षक दिवस और संस्थापक के जन्मदिन पर विशेष आयोजन
देवास। अमलतास विश्वविद्यालय, देवास में शिक्षक दिवस और संस्थापक अध्यक्ष महोदय के जन्मदिन का भव्य आयोजन किया गया।
इस विशेष अवसर पर उपकुलपति डॉ. शरदचंद्र वानखेड़े और डीन डॉ. ए.के. पिठवा ने प्रेरणादायक भाषण दिए।
समारोह में विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. शरदचंद्र वानखेड़े, रजिस्ट्रार डॉ. संजय रामबोले, डीन डॉ. ए.के. पिठवा, और डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. रोशन लाल काहर उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान अमलतास विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट शिक्षकों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। विशेषसम्मानित शिक्षकों में डॉ. आर.के. सिंह, डॉ. ए.के. पिठवा, डॉ. सविता राठौर, डॉ. निर्मल कुमार मित्तल, डॉ. अंकित वर्मा, डॉ. मनीष शर्मा, डॉ. नीलम खान, डॉ. संगीता तिवारी, डॉ. अनीता घोडके, डॉ. योगेंद्र भदौरिया, डॉ. अंजलि मेहता और डॉ. स्नेहा सहाय शामिल थे।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न आयोजनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भी वितरित किए गए। इनमें खेलकूद, योग दिवस, स्वतंत्रता दिवस, और एंटी-रैगिंग दिवस के पुरस्कार शामिल थे। छात्रों और कर्मचारियों को उनकी मेहनत और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का सफल आयोजन अमलतास विश्वविद्यालय की डीन स्टूडेंट वेल्फेयर डॉ. नेहा गौर और उनके सहयोगियों डॉ. मीता चौरासिया, श्रीमती सुनीता बागरी, श्रीमती मंजु परमार, अनुराग और राहुल सेंगर द्वारा किया गया। रजिस्ट्रार संजय रामबोले ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
अमलतास अस्पताल के संस्थापक सुरेश सिंह भदौरिया द्वारा बताया गया की आज हम एक विशेष अवसर पर एकत्रित हुए हैं—शिक्षक दिवस और मेरे जन्मदिन के इस भव्य आयोजन के लिए। इस दिन को मनाते हुए, मैं आपके समर्पण, मेहनत, और अनगिनत योगदान के लिए धन्यवाद व्यक्त करता हूँ।
शिक्षा का क्षेत्र समाज का आधार है और शिक्षक उसकी नींव। आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने हमारे विश्वविद्यालय को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। हम सभी जानते हैं कि एक शिक्षक के बिना कोई भी विकास संभव नहीं है। आपने न केवल ज्ञान वितरित किया, बल्कि हमारे विद्यार्थियों को प्रेरित भी किया है।