अमलतास विश्वविद्यालय में एंटी-रैगिंग जागरूकता कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न
देवास। अमलतास विश्वविद्यालय, देवास में एंटी-रैगिंग जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन बड़े उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को रैगिंग के दुष्प्रभाव, कानूनी परिणाम और शिक्षण संस्थानों में स्वस्थ वातावरण बनाए रखने के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) देवास श्री जयवीर भदौरिया रहे, जिन्होंने अपने प्रेरणादायक व्याख्यान से छात्रों को रैगिंग के खिलाफ सचेत रहने और इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की शुरुआत अमलतास विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शरद चंद्र वानखेड़े के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने ASP देवास श्री जयवीर सिंह भदौरिया का विश्वविद्यालय में स्वागत करते हुए छात्रों को रैगिंग के दुष्प्रभावों और इसे रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि एक शिक्षण संस्थान केवल तभी श्रेष्ठ बन सकता है जब उसमें अध्ययन करने वाले विद्यार्थी एक-दूसरे का सम्मान करें और एक सुरक्षित व सकारात्मक वातावरण का निर्माण करें। इसके बाद विश्वविद्यालय के डीन डॉ. ए.के. पीठवा ने छात्रों को रैगिंग के खिलाफ कड़े कानूनों और प्रशासनिक उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थानों में रैगिंग की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम बनाए गए हैं और किसी भी प्रकार की रैगिंग करने या उसका समर्थन करने पर सख्त दंड का प्रावधान है।मुख्य अतिथि ASP श्री जयवीर सिंह भदौरिया ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि रैगिंग एक अपराध है और इसे कतई सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने रैगिंग से जुड़े कानूनी प्रावधानों को विस्तार से समझाया और बताया कि यदि किसी विद्यार्थी के साथ रैगिंग होती है तो उसे तुरंत प्रशासन और पुलिस को सूचित करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय और पुलिस प्रशासन मिलकर ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। पुलिस अधीक्षक महोदय ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रारंभ होने जा रही पुलिस चौकी का निरिक्षण किया
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य जिनमें नर्सिंग प्राचार्य डॉ. संगीता तिवारी,आयुर्वेद प्राचार्य डॉ. अनीता घोड़के,होम्योपैथी प्राचार्य डॉ. योगेंद्र भदौरिया,फार्मेसी प्राचार्य डॉ. नीलम खान, प्राचार्य मैनेजमेंट कॉलेज डॉ. आस्था नागर,पैरामेडिकल प्राचार्य डॉ. अंजलि मेहता उपस्थित रहे।सभी प्राचार्यों ने इस पहल की सराहना करते हुए छात्रों से अपील की कि वे रैगिंग से दूर रहें और किसी भी तरह की अप्रिय घटना की सूचना तुरंत विश्वविद्यालय प्रशासन को दें।
कार्यक्रम के अंत में रजिस्ट्रार श्री संजय रामबोले ने सभी अतिथियों, शिक्षकों और छात्रों का आभार व्यक्त किया और कहा कि विश्वविद्यालय रैगिंग मुक्त परिसर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने सीनियर्स और जूनियर्स के साथ एक मित्रवत और सहयोगी वातावरण बनाए रखें।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार डीन स्टूडेंट वेलफेयर (DSW) डॉ. नेहा गौर द्वारा किया | कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और रैगिंग उन्मूलन की शपथ ली। इस आयोजन से छात्रों में जागरूकता बढ़ी और उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे न तो रैगिंग करेंगे और न ही किसी को करने देंगे। गया। अमलतास विश्वविद्यालय के चेयरमैन श्री मयंक राज सिंह भदौरिया जी द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम छात्रों में रैगिंग विरोधी मानसिकता विकसित करने के लिए आयोजित किया गया था, ताकि वे न केवल अपने संस्थान में बल्कि समाज में भी इस मुद्दे के प्रति जागरूक रहें।